लखनऊ : विधानसभा चुनाव का एलान होते ही पदोन्नति में आरक्षण का मुद्दा फिर सतह पर आ गया है। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने सभी राजनीतिक दलों से कहा है कि वे साफ करें कि पदोन्नति में आरक्षण देने पर उनकी मंशा क्या है। समिति ने यह भी कहा है कि पार्टियों का घोषणापत्र आने बाद तय करेंगे कि आरक्षण समर्थक किसके साथ खड़े होंगे।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति उप्र संयोजक मंडल ने बसपा, सपा, कांग्रेस, भाजपा व राष्ट्रीय लोकदल के वरिष्ठ नेताओं से बात की और पार्टी का स्टैंड साफ करते हुए पदोन्नतियों में आरक्षण के बिल को घोषणा-पत्र में शामिल कराने की मांग उठाई। समिति की ओर से कहा गया कि सभी पार्टियों के घोषणापत्र जारी होने या उनका स्टैंड साफ होने के बाद प्रदेश के आरक्षण समर्थक अपनी रणनीति सामने लाएंगे। संघर्ष समिति के संयोजक अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि विभागों में उच्च पदों पर दलित वर्ग का प्रतिनिधित्व लगभग नगण्य हो गया है।