यूपी के माध्यमिक टीचरों ने क्यों दी आंदोलन की धमकी, जानिए वजह - up secondary teachers association

 लखनऊ: जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के लेखा विभाग के कर्मचारियों के विरुद्ध माध्यमिक शिक्षक संघ जिला संगठन ने विभिन्न मामलों की शिकायतें शिक्षा अधिकारियों से की हैं. यदि इन शिकायतों पर एक सप्ताह के अंदर प्रभावी जांच और कार्रवाई नहीं की गई, तो जिला संगठन आंदोलनात्मक कदम उठाने के लिए बाध्य होगा. यह निर्णय संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा की अध्यक्षता में क्वीस इंटर कॉलेज में संपन्न जिला कार्यकारिणी की बैठक में लिया गया.


बैठक को संबोधित करते हुए संगठन के प्रादेशिक उपाध्यक्ष डॉ. आर.पी. मिश्र ने कहा, कि जनपद के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं द्वारा लेखा विभाग के कर्मचारियों के विरुद्ध कई शिकायतें की जा रही हैं. जिनसे मौखिक रूप से शिक्षाधिकारियों को भी अवगत कराया गया था. लेकिन, इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, कि चयन वेतनमान, प्रोन्नत वेतनमान, वेतन निर्धारण, नव नियुक्त, स्थानांतरित शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को प्रथम वेतन भुगतान, अवशेषों की अनुमन्यता आदि के प्रकरणों को रिकू आनंद द्वारा लंबित रखा जाता है.

डॉ. आर.पी. मिश्र ने बताया, कि शिक्षाधिकारियों को प्रेषित शिकायती पत्र में महिला इंटर कॉलेज, काशीश्वर इंटर कॉलेज, लखनऊ मांटेसरी इंटर कॉलेज, अमीरुदौला इस्लामिया इंटर कॉलेज, गुरु नानक गर्ल्स इंटर कॉलेज, चंदर नगर शिया इंटर कॉलेज, आर्य कन्या इंटर कॉलेज, नारी शिक्षा निकेतन गर्ल्स इंटर कॉलेज, एपी सेन गर्ल्स इंटर कॉलेज, हरिचंद इंटर कॉलेज आदि विद्यालयों के प्रकरणों का उल्लेख किया गया है.

जिलाध्यक्ष अनिल शर्मा एवं जिला मंत्री महेश चन्द्र ने बताया, कि बैठक में नेशनल इंटर कॉलेज के प्रबंधन द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक की अनुमति के विपरीत विद्यालय की भूमि एवं सभागार को ठेके पर दिए जाने के निर्णय के विरुद्ध भी संघर्ष किए जाने का निर्णय लिया गया.