लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ने एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले की प्रक्रिया एक साल में दूसरी बार शुरू कर दी है। लेकिन, काफी शिक्षक ऐसे हैं जो जोड़ा (पेयर) न बना पाने के कारण तबादले का लाभ नहीं ले पा रहे हैं।
ऐसे शिक्षक, खासकर महिलाएं सामान्य तबादले का डेढ़ साल से इंतजार कर रही हैं। हालांकि अभी विभाग इसकी कोई प्रक्रिया नहीं कर रहा है।
प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को पिछले दो साल से तबादले की सुविधा दी जा रही है। हालांकि शासन की ओर से पूर्व में जारी आदेश में कहा गया था कि साल में दो बार गर्मी व जाड़े की छुट्टियों में तबादले का अवसर दिया जाएगा। लेकिन, अभी साल में एक बार ही इस प्रक्रिया को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। वहीं सामान्य से इंतजार करना पड़ रहा है। तबादले के लिए तो डेढ़ साल जून 2023 में सामान्य (एक से दूसरे जिले में) तबादले हुए थे। उस समय 16614 शिक्षकों को तबादले का अवसर मिला था। जबकि आवेदक 45914 शिक्षक थे। नियमों की सख्ती से पुरुष शिक्षकों को अपेक्षाकृत इसमें कम मौका मिला था। ऐसे में काफी शिक्षक दोबारा सामान्य तबादले का इंतजार कर रहे हैं। यह स्थिति तब है जबकि शहरी क्षेत्र में काफी विद्यालयों में शिक्षकों की काफी कमी है। अगर बेसिक शिक्षा विभाग इसके लिए मौका दे तो यह कमी भी पूरी की जा सकती है.
सामान्य तबादलों नियमावली बनाई के लिए जा रही है। प्रयास है कि जल्द से जल्द इसे तैयार करके प्रभावी किया जाए। अभी परस्पर तबादले की प्रक्रिया शुरू की गई पूरा करने का है। इसे जल्द लक्ष्य है। जून में प्रयास करेंगे कि शिक्षकों को सामान्य तबादले का भी अवसर मिले।
डॉ. एमकेएस सुंदरम, प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग
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