बहराइच. प्राइमरी स्कूलो में नियुक्ति करने और साढ़े चार महीने तक शिक्षक ट्रेनिंग कराने के बाद 52 दलित प्रशिक्षु शिक्षिकों को बीएसए ने ठेंगा दिखाकर नौकरी से बाहर कर दिया। यूपी के दूर-दराज जिलों से आकर जिले में तैनाती पाने के बाद नौकरी से हाथ धो बैठे शिक्षिकों को अब एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी जा रही है। इससे गुस्साए शिक्षिकों ने डीएम आवास को घेरकर जमकर नारेबाजी की।
डीएम आवास के घेराव की जानकारी मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचकर शिक्षिकों को समझाने की कोशिश की। मिली जानकारी के अनुसार, उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा में मेरिट के आधार पर यूपी के दूर-दराज के जिलों के लोगों को प्राइमरी स्कूलो में नियुक्त कर दिया गया। दलित कोटे के सभी शिक्षिकों ने तीन महीने तक स्कूलों में क्रियात्मक प्रशिक्षण प्राप्त किया। एक महीने से अधिक समय तक ब्लाक संसाधन केंद्र पर प्रशिक्षण प्राप्त कर बीआरसी और एनपीआरसी के माध्यम से अपना योगदान दर्ज कराया। इन सब प्रक्रिया से गुजरने के बाद तीन जुलाई को बीएसए ने अनुसूचित जाति कोटे के 52 शिक्षिकों को कार्यालय पर तलब किया और विज्ञान वर्ग के इन शिक्षिकों को नौकरी से निकाल दिया। बीएसए ने कहा कि जिले में अनुसूचित जाति के कोटे में मानक से अधिक शिक्षक चयनित हो गए हैं। ऐसे में किसी और जिले में जाकर शिक्षक बनने का प्रयास करें। सभी शिक्षक शिवपुर और मिहीपुरवा ब्लाक के बताए जाते हैं। बीएसए के रवैये से नाराज दलित शिक्षकों ने डीएम आवास का घेराव कर धरना शुरू कर दिया। देखते ही देखते डीएम आवास के सामने जाम लग गया। जानकारी मिलने पर आनन-फानन में सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने ज्ञापन लेकर मामले को हल करने को प्रयास किया, लेकिन मामला बिगड़ गया। इससे पीएसी और कई थानों की फोर्स बुलाई गई। कई घंटों बाद मामला जाकर शांत हुआ।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details
डीएम आवास के घेराव की जानकारी मिलते ही सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंचकर शिक्षिकों को समझाने की कोशिश की। मिली जानकारी के अनुसार, उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा में मेरिट के आधार पर यूपी के दूर-दराज के जिलों के लोगों को प्राइमरी स्कूलो में नियुक्त कर दिया गया। दलित कोटे के सभी शिक्षिकों ने तीन महीने तक स्कूलों में क्रियात्मक प्रशिक्षण प्राप्त किया। एक महीने से अधिक समय तक ब्लाक संसाधन केंद्र पर प्रशिक्षण प्राप्त कर बीआरसी और एनपीआरसी के माध्यम से अपना योगदान दर्ज कराया। इन सब प्रक्रिया से गुजरने के बाद तीन जुलाई को बीएसए ने अनुसूचित जाति कोटे के 52 शिक्षिकों को कार्यालय पर तलब किया और विज्ञान वर्ग के इन शिक्षिकों को नौकरी से निकाल दिया। बीएसए ने कहा कि जिले में अनुसूचित जाति के कोटे में मानक से अधिक शिक्षक चयनित हो गए हैं। ऐसे में किसी और जिले में जाकर शिक्षक बनने का प्रयास करें। सभी शिक्षक शिवपुर और मिहीपुरवा ब्लाक के बताए जाते हैं। बीएसए के रवैये से नाराज दलित शिक्षकों ने डीएम आवास का घेराव कर धरना शुरू कर दिया। देखते ही देखते डीएम आवास के सामने जाम लग गया। जानकारी मिलने पर आनन-फानन में सिटी मजिस्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने ज्ञापन लेकर मामले को हल करने को प्रयास किया, लेकिन मामला बिगड़ गया। इससे पीएसी और कई थानों की फोर्स बुलाई गई। कई घंटों बाद मामला जाकर शांत हुआ।
सरकारी नौकरी - Government of India Jobs Originally published for http://e-sarkarinaukriblog.blogspot.com/ Submit & verify Email for Latest Free Jobs Alerts Subscribe सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details