जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद: शिक्षक पात्रता परीक्षा में प्रशासन की
सख्त व्यवस्थाओं के बाद भी कुछ परीक्षार्थी फर्जीवाड़ा करने से बाज नहीं आए।
सीएल जैन महाविद्यालय केंद्र पर एक फर्जी छात्र पकड़ लिया। मौका देख उसने
केंद्र से भागने के लिए छत की ओर दौड़ लगा दी।
हालांकि शिक्षकों ने उसे पकड़ लिया। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसरों ने जांच की। इसके बाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
सीएल जैन महाविद्यालय में रसायन विज्ञान कक्ष के बाहर बरामदे में सुबह की पाली में परीक्षा चल रही थी।
कक्ष निरीक्षक ने रहीशपाल नामक परीक्षार्थी का परिचय पत्र एवं फोटो देखा। मिलान किया तो परीक्षार्थी सही लगा। इसी दौरान उनकी नजर डेस्क स्लिप पर पड़ी तो कुछ संदेह हुआ। डेस्क स्लिप पर लगी फोटो एवं परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र पर लगी फोटो में अंतर था। खबर मिलने पर प्राचार्य डा.उदयरा ¨सह एवं पर्यवेक्षक राजकीय इंटर कॉलेज नसीरपुर के सर्वेंद्र ¨सह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होने देखा तो डेस्क स्लिप पर अंकित फोटो से मिलान किया। बाल एवं माथा ही परीक्षार्थी के बदले जाने की चुगली कर रहा था। इस दौरान कुछ शिक्षकों ने भी इसकी पुष्टि की। बताया जाता है रहीशपाल इसी महाविद्यालय का छात्ररहा है। खुद को फंसता देख कर रहीशपाल की जगह परीक्षा देने आए परीक्षार्थी ने गलती स्वीकार ली। उसने अपना नाम मुन्नेश पुत्र तेज¨सह बताया। मुन्नेश का कहना था रहीशपाल पुत्र यशपाल निवासी एका उसकी बुआ का लड़का है।
कॉलेज प्रशासन ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट र¨वद्र मांदड़ को सूचना दी। गेट पर फोर्स था, लिहाजा शिक्षक मुन्नेश की तरफ से नि¨श्चत थे। इस दौरान मौका मिलते ही मुन्नेश केंद्र से भागने के लिए छत की तरफ दौड़ पड़ा। यह देख शिक्षकों ने भी दौड़ लगाई। मुन्नेश छत पर जाकर केंद्र से बाहर कूदने के प्रयास में था, लेकिन शिक्षकों ने पकड़ लिया। बाद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने पहुंच कर जांच की। फर्जी परीक्षार्थी को पुलिस को सौंप दिया।
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वोटर कार्ड पर नाम रहीश का, फोटो मुन्नेश की :
रहीशपाल के स्थान पर परीक्षा देने आया मुन्नेश पूरी तैयारी के साथ में आया था। मुन्नेश आइडी प्रूफ के रूप में वोटर कार्ड लाया था, उस पर नाम तो रहीशपाल अंकित था, लेकिन फोटो मुन्नेश की लगी थी। अमूमन चे¨कग के दौरान आइडी प्रूफ से ही जांच की जाती है। अगर कक्ष निरीक्षक की नजर डेस्क स्लिप पर नहीं पड़ती तो शायद इसकी पोल नहीं खुलती।
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एमजी डिग्री कॉलेज में दो नकलची बुक :
इधर एमजी बालिका महाविद्यालय में ऊपर बरामदा में शिक्षक पात्रता की परीक्षा दे रहे दो परीक्षार्थियों ने नकल के लिए एक दूसरे से कॉपी की अदला-बदली कर ली, लेकिन इसी दौरान यहां पहुंचे पर्यवेक्षक राजकीय पुस्तकालय के अधीक्षक चंद्रकांत शर्मा ने पकड़ लिया। दोनों को बुक कर दिया।
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हालांकि शिक्षकों ने उसे पकड़ लिया। मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अफसरों ने जांच की। इसके बाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
सीएल जैन महाविद्यालय में रसायन विज्ञान कक्ष के बाहर बरामदे में सुबह की पाली में परीक्षा चल रही थी।
कक्ष निरीक्षक ने रहीशपाल नामक परीक्षार्थी का परिचय पत्र एवं फोटो देखा। मिलान किया तो परीक्षार्थी सही लगा। इसी दौरान उनकी नजर डेस्क स्लिप पर पड़ी तो कुछ संदेह हुआ। डेस्क स्लिप पर लगी फोटो एवं परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र पर लगी फोटो में अंतर था। खबर मिलने पर प्राचार्य डा.उदयरा ¨सह एवं पर्यवेक्षक राजकीय इंटर कॉलेज नसीरपुर के सर्वेंद्र ¨सह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होने देखा तो डेस्क स्लिप पर अंकित फोटो से मिलान किया। बाल एवं माथा ही परीक्षार्थी के बदले जाने की चुगली कर रहा था। इस दौरान कुछ शिक्षकों ने भी इसकी पुष्टि की। बताया जाता है रहीशपाल इसी महाविद्यालय का छात्ररहा है। खुद को फंसता देख कर रहीशपाल की जगह परीक्षा देने आए परीक्षार्थी ने गलती स्वीकार ली। उसने अपना नाम मुन्नेश पुत्र तेज¨सह बताया। मुन्नेश का कहना था रहीशपाल पुत्र यशपाल निवासी एका उसकी बुआ का लड़का है।
कॉलेज प्रशासन ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट र¨वद्र मांदड़ को सूचना दी। गेट पर फोर्स था, लिहाजा शिक्षक मुन्नेश की तरफ से नि¨श्चत थे। इस दौरान मौका मिलते ही मुन्नेश केंद्र से भागने के लिए छत की तरफ दौड़ पड़ा। यह देख शिक्षकों ने भी दौड़ लगाई। मुन्नेश छत पर जाकर केंद्र से बाहर कूदने के प्रयास में था, लेकिन शिक्षकों ने पकड़ लिया। बाद में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने पहुंच कर जांच की। फर्जी परीक्षार्थी को पुलिस को सौंप दिया।
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वोटर कार्ड पर नाम रहीश का, फोटो मुन्नेश की :
रहीशपाल के स्थान पर परीक्षा देने आया मुन्नेश पूरी तैयारी के साथ में आया था। मुन्नेश आइडी प्रूफ के रूप में वोटर कार्ड लाया था, उस पर नाम तो रहीशपाल अंकित था, लेकिन फोटो मुन्नेश की लगी थी। अमूमन चे¨कग के दौरान आइडी प्रूफ से ही जांच की जाती है। अगर कक्ष निरीक्षक की नजर डेस्क स्लिप पर नहीं पड़ती तो शायद इसकी पोल नहीं खुलती।
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एमजी डिग्री कॉलेज में दो नकलची बुक :
इधर एमजी बालिका महाविद्यालय में ऊपर बरामदा में शिक्षक पात्रता की परीक्षा दे रहे दो परीक्षार्थियों ने नकल के लिए एक दूसरे से कॉपी की अदला-बदली कर ली, लेकिन इसी दौरान यहां पहुंचे पर्यवेक्षक राजकीय पुस्तकालय के अधीक्षक चंद्रकांत शर्मा ने पकड़ लिया। दोनों को बुक कर दिया।
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