👉 *बच्चे पर किसी तरह का ठप्पा लगाने वाली भाषा का प्रयोग न करें जैसे मंदबुद्धि,निकृष्ट,आदि*
👉 *बच्चों को स्वयं से तुलना द्वारा आगे सीखने को प्रेरित करे और दूसरे बच्चे से तुलना न करें जैसे उसको ये बताएं कि उसको अब क्या सीखना है न कि ये कहे की अमुक बच्चा ये सीख गया और अभी तक तुम थोड़ा ही सीखे हो*
👉 *सतत रूप से सूचनाओं का संग्रहण एवं दर्ज*👉 *जब भी किसी बच्चे की कोई विशेष बात नोटिस करें तो तुरंत दर्ज करें क्योंकि बच्चो की संख्या और काम की अधिकता से बाद में भूल भी सकते है*
👉 *अपने पूर्वाग्रहों को छोड़कर बच्चे के सीखने के तरीके उसकी गति और उत्तर देने की शैली को महत्व दें*
👉 *प्रत्येक बच्चे की प्रतिक्रिया के प्रति संवेदनशील रहें*
👉 *सकारात्मक और प्रगति को दर्शाने वाली टिप्पणी दे*
👉 *बच्चे के कार्य की सराहना करें और सरल व् स्पष्ट भाषा में पृष्ठपोषण दे जो बच्चे को सकारात्मक दिशा की और प्रवृत्त करने में मदद करें*
👉 *एक विशेष अनुरोध*👇👇
*बच्चे अपने शिक्षक की बात पर सबसे ज्यादा विश्वास करते है अतः उसके साथ बात व कार्य करते समय उसे चुप करवाने के लिए डराये या धमकाए नहीँ उसकी बात को सुने और समझे और उसकी समस्या का समाधान करें उसको अपनी बात को अभिव्यक्त करने की छूट दे ताकि वो अपनी झिझक को मिटा सकें और खुद को विकसित कर सके सही रूप से शिक्षा ग्रहण कर सके*
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
👉 *बच्चों को स्वयं से तुलना द्वारा आगे सीखने को प्रेरित करे और दूसरे बच्चे से तुलना न करें जैसे उसको ये बताएं कि उसको अब क्या सीखना है न कि ये कहे की अमुक बच्चा ये सीख गया और अभी तक तुम थोड़ा ही सीखे हो*
👉 *सतत रूप से सूचनाओं का संग्रहण एवं दर्ज*👉 *जब भी किसी बच्चे की कोई विशेष बात नोटिस करें तो तुरंत दर्ज करें क्योंकि बच्चो की संख्या और काम की अधिकता से बाद में भूल भी सकते है*
👉 *अपने पूर्वाग्रहों को छोड़कर बच्चे के सीखने के तरीके उसकी गति और उत्तर देने की शैली को महत्व दें*
👉 *प्रत्येक बच्चे की प्रतिक्रिया के प्रति संवेदनशील रहें*
👉 *सकारात्मक और प्रगति को दर्शाने वाली टिप्पणी दे*
👉 *बच्चे के कार्य की सराहना करें और सरल व् स्पष्ट भाषा में पृष्ठपोषण दे जो बच्चे को सकारात्मक दिशा की और प्रवृत्त करने में मदद करें*
👉 *एक विशेष अनुरोध*👇👇
*बच्चे अपने शिक्षक की बात पर सबसे ज्यादा विश्वास करते है अतः उसके साथ बात व कार्य करते समय उसे चुप करवाने के लिए डराये या धमकाए नहीँ उसकी बात को सुने और समझे और उसकी समस्या का समाधान करें उसको अपनी बात को अभिव्यक्त करने की छूट दे ताकि वो अपनी झिझक को मिटा सकें और खुद को विकसित कर सके सही रूप से शिक्षा ग्रहण कर सके*
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines