शाहजहांपुर। हिन्दुस्तान संवाद शिक्षक नेताओं के दवाब में जारी किए आदेश को बीएसए ने रद कर दिया। उस समय नए साल का तोहफा देते हुए रुके हुए वेतन को रिलीज करने का फरमान दिया था, लेकिन उस सूची में ऐसे शिक्षक शामिल पाए गए, जिनका सालों से वेतन नहीं मिल पा रहा।
मामला पकड़ में आने के बाद बीएसए ने आदेश को तत्काल रद कर दिया। अब शिक्षक फिर से पसोपेश में पड़ गए हैं।
दिसम्बर के अंतिम दिनों में प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए को ज्ञापन दिया था। ज्ञापन के जरिए छोटी कार्रवाई में रोके गए वेतन को रिलीज करने की मांग की गई। शिक्षकों का कहना था कि वेतन रुकने के बाद शिक्षकों ने अपना स्पष्टीकरण दे दिया। साथ ही बीईओ की आख्या भी आ गई। शिक्षकों के दवाब के चलते बीएसए ने 82 शिक्षकों के वेतन का आदेश कर दिया। उसके बाद जब बीएसए ने लिस्ट को चेक कराया। उसमें ऐसे शिक्षकों के नाम शामिल थे, जिनके तीन सालों से वेतन को रोक दिया गया था।तब बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र पांडेय ने अपने पुराने आदेश को रद कर दिया।
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मामला पकड़ में आने के बाद बीएसए ने आदेश को तत्काल रद कर दिया। अब शिक्षक फिर से पसोपेश में पड़ गए हैं।
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