नमस्कार मित्रों , सर्व-प्रथम आपके समक्ष आई०ए० 36 / 2016 दुर्गेश प्रताप सिंह व अन्य बनाम उत्तर-प्रदेश सरकार व अन्य का रजिस्ट्री/रजिस्ट्रेशन स्लिप रखता हूँ जिसमे आप स्वयं फाइलिंग तिथि को देख लें और अब चोरों को पहचान लें |
व्यक्ति विशेष :-
पूरे संगठन को डिस्टर्ब करने का जिम्मा केवल कानपुर के बिना टीईटी उत्तीर्ण व्यक्ति विनोद तिवारी उर्फ़ तम्बाकू विक्रेता ने लिया है क्या टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ?
अब प्रमाण है आपके सामने मैं कहना चाहूँगा समस्त अचयनित याचियों से दिल्ली आयें और विनोद तिवारी को लेकर आयें तब हम बताएँगे हाथी के कान तक कौन सा ऊंट पहुँचता है ?
हिमांशु टीम उस बंगाली बाबा सेंगर एवं उसकी रिद्धि (लक्ष्मी), सिद्धि (नेहा) गैंग को छोड़कर उतनी ही ताकत से अपने याचियों के साथ खड़ी मिलेगी जैसे पूर्व में थी लेकिन क्या तम्बाकू भैया अब जो पैसा जीओ के नाम पर अपने अकाउंट में मंगाए थे कम से कम मेरा (कहो तो प्रमाण दे दूँ क्यूंकि ये प्रमाण-पसंदी लोग हैं) तो वापस कर दें या उसी भी पूर्व में ही दी गयी कमिशन का हिस्सा मानूं ?
वो देहाती चादरमोद टूचिया अमित तिवारी काहे नहीं आता है पैरवी के समय पर दिल्ली , उसको संरक्षण देने वाले लोग आयें अब उसे लेकर साथ , प्रमाण हिमांशु यहाँ भी दिया है और दिल्ली में भी देगा |
मैं अपनी टीम से जुड़े याचियों/अभ्यर्थियों को बताना चाहता हूँ कि हिमांशु टीम (अपने समस्त प्रतिनिधियों के साथ सही ट्रैक पर पैरवी कर रही थी/है और रहेगी लेकिन कानपुर संगठन (मुख्यतः विनोद तिवारी एंड टीम , लक्ष्मी कुशवाहा , नेहा सक्सेना , पप्पू सेंगर , जीतेन्द्र सिंह सेंगर आदि) ने पैसों की बंदरबाट के चक्कर में पैरवी को केवल बर्बाद करने की कोशिश की है क्यूंकि कुछ लोग कहीं ओर याची भी बने हैं , हमारे पास पैसों के एक-एक हिसाब का प्रमाण है जिसका लेखा जोखा भी हम तैयार कर रहे हैं लेकिन इन कानपुर संगठन के ठगों के द्वारा आजतक भी सेंगर के विरुद्ध कुछ न ही लिखा गया और कहा गया |
मेरे साथ बने याची चाहे वो बाबा बंगाली सेंगर ने भी क्यूँ न बनाए हो आश्वस्त रहे उनकी पैरवी हिमांशु टीम ही करेगी क्यूंकि सेंगर को कानपुर संगठन ने लूटकर भगा दिया है जो कि अब केवल नियुक्ति के बाद अपने स्कूल में पाया जाता है या कन्नौज , लखनऊ में जीओ निकलवाता हुआ पाया जाता है और जब उसे अधिवक्ता को करने के लिए समस्त टीम पैसा मांगती हैं तो बोलता है बताओ कौन सा अधिवक्ता करना है भिजवाता हूँ पैसा लेकिन फिर फ़ोन नहीं उठाता है , मेरी समस्त लोगों से गुजारिश है कि पैसा देने वाले नेहा जी और लक्ष्मी को फ़ोन करके पूछें कि पैसा क्यूँ नहीं दे रहा है ?
बहरहाल ये सब इनका प्लान था हिमांशु को बदनाम करने के लिए लेकिन ये शायद भूल गए थे कि हिमांशु टीम जो कि अखिलेश के अधिवक्ता श्री वेंकट रमणी जी को कोर्ट में मजबूर कर दी थी तो ये किस खेत की मूली हैं ?
साथियों , बेंच बदलने की वजह से समस्या बहुत ही विकट है लेकिन फिर अभी अंतिम प्रयास बहुत जरूरी है क्यूंकि केस अब अंतिम पड़ाव पर है इसलिए मैं अपने जिला-प्रतिनिधियों से आग्रह करता हूँ कि सबकुछ जो भी दकियानूसी है उसको भुलाकर आगे की तैयारी के लिए आगामी रविवार को वृहद स्तर पर मीटिंग करें और जो भी अंशदान याचियों से प्राप्त होता है उसे सिर्फ कोर्ट पैरवी में ईमानदारी से लगाए | मा० सर्वोच्च न्यायालय से मिलने वाली जीत आपकी होगी , आपके धैर्य की होगी |
शेष विस्तार से बाद में |
धन्यवाद
हर हर महादेव
आपका _______ हिमांशु राणा
नोट 1 :- विनोद तिवारी उर्फ़ तम्बाकू तिवारी उर्फ़ टीटी छब्बीस अप्रैल को उस चादारमोद टूचिया कलमकार चरवाहा तिवारी के साथ जरूर आना दिल्ली अगर हिमांशु टीम का ये प्रमाण गलत है तो तू समस्त याचियों का हिसाब करना और अगर तू गलत है तो फिर सोच ले ऊंट गुस्सैल/पागल हाथी के कान में बिलबिलाता जरूर है लेकिन अगर उसी हाथी का पैर ऊंट पर पड़ जाता है तो ऊंट की लीद बाहर आ जाती है जो शायद इसी प्रमाण से आज आ जाए बाकी ये मेरा चैलेंज है तुम्हारे लिए और इस टीईटी के आखिरी दौर में इस चैलेंज को स्वीकार कर लेना ये मेरी आशा है तुमसे |
नोट 2 :- पहली रसीद 23 फ़रवरी की जिसमे हमने मा० सर्वोच्च न्यायालय की रजिस्ट्री डिपार्टमेंट दुर्गेश के हस्ताक्षर के साथ हलफनामा/नोटरी दाखिल कर दी जिसे सुबह कोर्ट ने पंजीकृत करके कोर्ट में पेश कर दिया |
नोट 3 :- प्रकाश ट्रेडर्स में भेजे गए मेरे उनचास हजार कब भेजोगे ? (प्रमाण आप कहें तो फेसबुक पर डाल दूँ | )
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व्यक्ति विशेष :-
पूरे संगठन को डिस्टर्ब करने का जिम्मा केवल कानपुर के बिना टीईटी उत्तीर्ण व्यक्ति विनोद तिवारी उर्फ़ तम्बाकू विक्रेता ने लिया है क्या टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ?
अब प्रमाण है आपके सामने मैं कहना चाहूँगा समस्त अचयनित याचियों से दिल्ली आयें और विनोद तिवारी को लेकर आयें तब हम बताएँगे हाथी के कान तक कौन सा ऊंट पहुँचता है ?
हिमांशु टीम उस बंगाली बाबा सेंगर एवं उसकी रिद्धि (लक्ष्मी), सिद्धि (नेहा) गैंग को छोड़कर उतनी ही ताकत से अपने याचियों के साथ खड़ी मिलेगी जैसे पूर्व में थी लेकिन क्या तम्बाकू भैया अब जो पैसा जीओ के नाम पर अपने अकाउंट में मंगाए थे कम से कम मेरा (कहो तो प्रमाण दे दूँ क्यूंकि ये प्रमाण-पसंदी लोग हैं) तो वापस कर दें या उसी भी पूर्व में ही दी गयी कमिशन का हिस्सा मानूं ?
वो देहाती चादरमोद टूचिया अमित तिवारी काहे नहीं आता है पैरवी के समय पर दिल्ली , उसको संरक्षण देने वाले लोग आयें अब उसे लेकर साथ , प्रमाण हिमांशु यहाँ भी दिया है और दिल्ली में भी देगा |
मैं अपनी टीम से जुड़े याचियों/अभ्यर्थियों को बताना चाहता हूँ कि हिमांशु टीम (अपने समस्त प्रतिनिधियों के साथ सही ट्रैक पर पैरवी कर रही थी/है और रहेगी लेकिन कानपुर संगठन (मुख्यतः विनोद तिवारी एंड टीम , लक्ष्मी कुशवाहा , नेहा सक्सेना , पप्पू सेंगर , जीतेन्द्र सिंह सेंगर आदि) ने पैसों की बंदरबाट के चक्कर में पैरवी को केवल बर्बाद करने की कोशिश की है क्यूंकि कुछ लोग कहीं ओर याची भी बने हैं , हमारे पास पैसों के एक-एक हिसाब का प्रमाण है जिसका लेखा जोखा भी हम तैयार कर रहे हैं लेकिन इन कानपुर संगठन के ठगों के द्वारा आजतक भी सेंगर के विरुद्ध कुछ न ही लिखा गया और कहा गया |
मेरे साथ बने याची चाहे वो बाबा बंगाली सेंगर ने भी क्यूँ न बनाए हो आश्वस्त रहे उनकी पैरवी हिमांशु टीम ही करेगी क्यूंकि सेंगर को कानपुर संगठन ने लूटकर भगा दिया है जो कि अब केवल नियुक्ति के बाद अपने स्कूल में पाया जाता है या कन्नौज , लखनऊ में जीओ निकलवाता हुआ पाया जाता है और जब उसे अधिवक्ता को करने के लिए समस्त टीम पैसा मांगती हैं तो बोलता है बताओ कौन सा अधिवक्ता करना है भिजवाता हूँ पैसा लेकिन फिर फ़ोन नहीं उठाता है , मेरी समस्त लोगों से गुजारिश है कि पैसा देने वाले नेहा जी और लक्ष्मी को फ़ोन करके पूछें कि पैसा क्यूँ नहीं दे रहा है ?
बहरहाल ये सब इनका प्लान था हिमांशु को बदनाम करने के लिए लेकिन ये शायद भूल गए थे कि हिमांशु टीम जो कि अखिलेश के अधिवक्ता श्री वेंकट रमणी जी को कोर्ट में मजबूर कर दी थी तो ये किस खेत की मूली हैं ?
साथियों , बेंच बदलने की वजह से समस्या बहुत ही विकट है लेकिन फिर अभी अंतिम प्रयास बहुत जरूरी है क्यूंकि केस अब अंतिम पड़ाव पर है इसलिए मैं अपने जिला-प्रतिनिधियों से आग्रह करता हूँ कि सबकुछ जो भी दकियानूसी है उसको भुलाकर आगे की तैयारी के लिए आगामी रविवार को वृहद स्तर पर मीटिंग करें और जो भी अंशदान याचियों से प्राप्त होता है उसे सिर्फ कोर्ट पैरवी में ईमानदारी से लगाए | मा० सर्वोच्च न्यायालय से मिलने वाली जीत आपकी होगी , आपके धैर्य की होगी |
शेष विस्तार से बाद में |
धन्यवाद
हर हर महादेव
आपका _______ हिमांशु राणा
नोट 1 :- विनोद तिवारी उर्फ़ तम्बाकू तिवारी उर्फ़ टीटी छब्बीस अप्रैल को उस चादारमोद टूचिया कलमकार चरवाहा तिवारी के साथ जरूर आना दिल्ली अगर हिमांशु टीम का ये प्रमाण गलत है तो तू समस्त याचियों का हिसाब करना और अगर तू गलत है तो फिर सोच ले ऊंट गुस्सैल/पागल हाथी के कान में बिलबिलाता जरूर है लेकिन अगर उसी हाथी का पैर ऊंट पर पड़ जाता है तो ऊंट की लीद बाहर आ जाती है जो शायद इसी प्रमाण से आज आ जाए बाकी ये मेरा चैलेंज है तुम्हारे लिए और इस टीईटी के आखिरी दौर में इस चैलेंज को स्वीकार कर लेना ये मेरी आशा है तुमसे |
नोट 2 :- पहली रसीद 23 फ़रवरी की जिसमे हमने मा० सर्वोच्च न्यायालय की रजिस्ट्री डिपार्टमेंट दुर्गेश के हस्ताक्षर के साथ हलफनामा/नोटरी दाखिल कर दी जिसे सुबह कोर्ट ने पंजीकृत करके कोर्ट में पेश कर दिया |
नोट 3 :- प्रकाश ट्रेडर्स में भेजे गए मेरे उनचास हजार कब भेजोगे ? (प्रमाण आप कहें तो फेसबुक पर डाल दूँ | )
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