Breaking Posts

Top Post Ad

शिक्षामित्र समायोजन मामले पर श्री राम जेठ मलानी द्वारा और श्री शांति भूषण जी की बहस

श्री राम जेठ मलानी द्वारा और श्री शांति भूषण जी की बहस :-
दोनों अधिवक्ताओं ने अधिकांश समय शासनादेशों को पढ़ने मे लगाया और निम्न तर्क दिये
1- बहस की शुरुवात सीपीसी ऑर्डर -1 रूल 8 पर बहस करते हुए कहा गया की समायोजन रद्द करने से पहले हाइ कोर्ट द्वारा कोई नोटिस नही दिया गया कोई पेपर पब्लिकेशन नही हुआ । ऐसा करना नेचुरल जस्टिस के विपरीत है ।
उत्तर : समायोजन कोर्ट के अधीन था यह बात सभी शिक्षा मित्रों के नियुक्ति पत्र पर लिख कर दी गयी थी । यह आदेश स्पेशल अपील 401/2014 मोहम्मद अरशद बनाम उत्तर प्रदेश राज्य पर आया था ।
2- बी एड का प्राइमरी विद्यालय के पदों पर कोई लोकस नही है । बी एड के लोग समायोजन को चुनौती नही दे सकते थे अतः हाइ कोर्ट का आदेश रद्द किया जाए ।
उत्तर : बी एड के अधिवक्ताओं के द्वारा कोई उत्तर नही दिया गया । अपनी बहस के समय वे इसका उत्तर देंगे । हमारे अधिवक्ताओं ने कोर्ट को तत्काल बताया की समायोजन को 28 याचिकाओं द्वारा बीटीसी अभ्यर्थियों ने चुनौती दी थी और आनंद कुमार यादव बीटीसी प्रशिक्षित हैं ।
3- शिक्षा मित्र अध्यापक के रूप मे कार्यरत है इसलिए इन्हे टी ई टी छूट मिलने चाहिए ।
उत्तर : शिक्षा मित्र संविदा कर्मी के रूप मे कार्यरत थे और अध्यापक की न्यूनतम अर्हता पूरी नही करते थे ।
4- बेसिक एजुकेशन एक्ट 1972 , के सेक्शन - 19 पर बहस की गयी तथा शिक्षक की परिभाषा के अनुसार शिक्षा मित्रों को शिक्षक साबित करने की कोशिश की गयी ।
उत्तर : शिक्षक की परिभाषा के साथ साथ एक्ट मे शिक्षक हेतु योग्यता भी वर्णित है बिना न्यूनतम योग्यता पूरी किए अध्यापक नही बनाया जा सकता है ।
5- शिक्षा मित्रों के इस पद पर चयन हेतु विज्ञापन दिखाये गए ।
उत्तर : विज्ञापन यह साफ करते हैं की आरक्षण की अलग प्रक्रिया का पालन किया गया है और शिक्षा मित्र को अध्यापक नही कहा जा सकता है ।
6- शिक्षा मित्रों का पक्ष हाइ कोर्ट ने नही सुना ।
उत्तर : शिक्षा मित्र की सभी असोसियेशन हाइ कोर्ट मे पार्टी बनकर कोर्ट मे इम्प्लीद हुई और बहस की अपना पक्ष रखा। काउंटर फ़ाइल किया । इसका पूरा विवरण 91 पेज के जजमेंट मे है ।
इसके अतिरिक्त आर्टिकल 142 का प्रयोग करते हुए शिक्षा मित्रों के समायोजन को बचाने की मांग की गयी । अभी तक की कोई भी बात कोर्ट मे बीटीसी के विरुद्ध नही कही गयी है ।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines

No comments:

Post a Comment

Facebook