8 मई को ही शिक्षामित्र मैटर में conclusion के साथ आर्डर रिज़र्व

आज की सुनवाई का सार ये है कि 11 बजे से 3:30 बजे तक पीठ ने शिक्षामित्र मीन्स वादी पक्ष को सुना। वादी पक्ष की कमान राम जेठमलानी और शांतिभूषण जी ने संभाल रखी थी।
बड़े-2 बकीलों के माध्यम से शिक्षामित्र मात्र टाइमपास कर रहे हैं। दोनों अधिवक्ता कभी पंचायती राज व्यवस्था तो कभी संवैधानिक प्रावधानों का हवाला देते रहे। मैटर बड़ा है इसलिए उनके पक्ष को ignore भी नहीं किया जा सकता है क्योंकि जेठमलानी साहब ने कोर्ट में बार-2 ये दलील दी कि हाइकोर्ट में हमे सुना ही नहीं गया। अब मात्र 3 दिन और सुनवाई होनी है। 5 मई को आफ्टर लंच शांतिभूषण जी शिक्षामित्रों का पक्ष रखेंगे तत्पश्चात आफ्टर लंच 8 मई को शिक्षामित्र मैटर में दूसरा पक्ष बहस करेगा। 8 मई को ही शिक्षामित्र मैटर में conclusion के साथ आर्डर रिज़र्व हो जायेगा। 9 मई को आफ्टर लंच 15/16 संशोधन एवं बचे हुए मुद्दों पर सुनवाई होकर टोटल conclusion के साथ सम्पूर्ण आर्डर रिज़र्व हो जायेगा। व्यर्थ परेशां होने की आवश्यकता नहीं है। आज जज महोदय ने शांतिभूषण जी से 3:30 बजे पूछा भी था कि आपको और कितना समय चाहिए, जवाब में शांतिभूषण जी ने 2 घंटे की मांग की। जज महोदय ने शांतिभूषण जी को स्पष्ट कर दिया है कि यदि आप 2 घंटे में ख़त्म नहीं करेंगे तो मजबूरन हमें ख़त्म करना पड़ेगा। इसलिए शिक्षामित्रों के पास शुक्रवार का ही समय शेष है। याची समूह के नेताओं से गुजारिश है कि शुक्रवार को वकील खड़ाकर रुपयों की बर्बादी न ही करें तभी बेहतर है। आप लोगों के पास जो भी आर्थिक संशाधन हैं उनका सही इस्तेमाल करें। बेवजह लोगों की लूट खसोट नैतिक रूप से सही नहीं है। जो लोग बात -2 पर विलाप करने लग जाते हैं उनसे भी अनुरोध है कि हर समय विलाप करना उचित नहीं होता। सकारात्मक ऊर्जा के साथ रहना ही बेहतर है। धन्यवाद!
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