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शिक्षामित्रों के आक्रोश पर चेता विभाग, चस्पा हुईं सूचियां

जागरण संवाददाता, एटा: प्रदेश सरकार के निर्देश पर शिक्षामित्रों की मूल स्कूलों में वापसी स्वतंत्रता दिवस के बाद हो सकेगी। पांच अगस्त तक शिक्षामित्रों की वापसी का कार्य पूरा करने के निर्देश तो दिए गए, लेकिन विकल्प प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाने के कारण शासनादेश के अनुरूप कार्रवाई पूरी नहीं हो पाई।
विकल्प के लिए विभाग द्वारा स्कूलों की सूची चस्पा न किए जाने के आक्रोश के बाद आनन-फानन में सोमवार को ब्लॉक मुख्यालयों पर सूचियां चस्पा की गईं। तब कहीं जाकर अंतिम तिथि होने के कारण शेष रहे शिक्षामित्रों ने स्कूल देखकर विकल्प भरने की मशक्कत पूरी की। अपने पुराने स्कूलों में पहुंचकर ध्वजारोहण की उम्मीद शिक्षामित्रों के लिए अधूरी रह गई।शासन द्वारा शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय में वापसी के दौरान एक स्कूल में दो शिक्षामित्रों की वापसी ही सुनिश्चित होने के निर्देशों के कारण 115 शिक्षामित्रों ऐसे रह गए, जिन्हें विकल्प के आधार पर दूसरे स्कूलों का चयन करना है। विभाग ने विकल्प भरने के निर्देश देते हुए 13 अगस्त की अंतिम तिथि घोषित कर दी, लेकिन स्कूलों की सूची चस्पा न करने के कारण शिक्षामित्र संगठनों ने ऐसी स्थिति पर आक्रोश जता दिया। संगठनों का कहना था कि जब विकल्प भरवाने थे तो स्कूलों की सूची भी साथ में दी जानी थी। सूची जारी नहीं करना शिक्षामित्रों को परेशान करने जैसा है।

आक्रोश को देखते हुए सोमवार को विभाग चेता और हर ब्लॉक पर रिक्त स्कूलों की चस्पा कर दी। परेशानी इसलिए हुई कि अपने मूल विद्यालय के ब्लॉक तक पहुंचने की मशक्कत करनी पड़ी और फिर वर्तमान ब्लॉक में अपना विकल्प जमा करने को दौड़ लगानी पड़ी। शाम तक विकल्प जमा होते रहे। हालांकि विभाग जल्द से जल्द सूची जारी होने का दावा कर रहा है, लेकिन स्पष्ट है कि अब स्वतंत्रता दिवस शिक्षामित्रों को वर्तमान स्कूलों में मनाना पड़ेगा। हर ब्लॉक से विकल्प एकत्रित होकर 14 अगस्त को कार्यालय पहुंचेंगे। इसके बाद उनकी छटनी और स्कूल आवंटन की प्रक्रिया में अभी कुछ दिन और लगना तय है।

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