लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस के दिन शिक्षकों को
नसीहत देते हुए कहा कि आप जिस विद्यालय में पढ़ाते हैं वहां अपने बच्चों को
भी पढ़ाएं। इससे अच्छा संदेश जाएगा।
सरकारी स्कूलों के शिक्षक अपने बच्चों
को कॉन्वेंट या दूसरे स्कूलों में क्यों पढ़ाते हैं? हम सभी सरकारी स्कूल
से पढ़कर यहां तक पहुंचे हैं। अगले वर्ष से शिक्षक पुरस्कार वितरण में
बदलाव किया जाएगा। राज्य पुरस्कार से सम्मानित होने वाले शिक्षकों को अपना
प्रजेंटेशन यहां देना होगा। उनके अच्छे कार्यो को दूसरे स्कूलों में भी
लागू किया जाएगा। 1मुख्यमंत्री बुधवार को लोकभवन में राज्य अध्यापक
पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर राज्यपाल व मुख्यमंत्री
ने बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा के 34 शिक्षकों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं
के लिए सम्मानित किया। 1मुख्यमंत्री ने कहा यूपी को शिक्षा जगत की सबसे
बड़ी कमी यह है कि हम योग्य शिक्षक नहीं दे पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा
कि प्राइमरी शिक्षा में 97 हजार पद खाली हैं जबकि कुछ लोग सरकार के विरोध
में हैं। वे चाहते हैं कि बिना किसी कंपटीशन के यह पद नियम-कानून की
धज्जियां उड़ाकर भर दिए जाएं। अनुशासनहीन समाज उज्जवल भविष्य का निर्माण
नहीं कर सकता है। शिक्षक केवल चार- पांच घंटे ही पढ़ाई करवाते हैं। बाकी
समय भी उन्हें समाज को देना चाहिए। उन्हें समाज व मोहल्ले गोद लेने चाहिए।