लखनऊ. यूपी में जल्द ही
69 हजार पदों पर शिक्षक भर्ती होगी। प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों के लिए ये
भर्तियां होंगी। रविवार देर शाम परीक्षा कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया है।
6 जनवरी को लिखित परीक्षा होगी। बता दें कि इस शिक्षक भर्ती में पहले से
कोई कटऑफ तय नहीं किया गया है जिसका सीधा फायदा शिक्षामित्रों को होगा।
इसका कारण यह है कि उन्हें मिलने वाले अतिरिक्त वेटेज से रेस में आगे निकल
जाएंगे। वहीं, अन्य अभ्यर्थियों के लिए प्रतिस्पर्द्धा कड़ी हो जाएगी।पिछली शिक्षक भर्ती में पहले से ही न्यूनतम कटऑफ अनारक्षित संवर्ग व ओबीसी अभ्यर्थियों के लिए 45% और एससी-एसटी के लिए 40% तय कर दी गई थी। इसका असर यह हुआ कि 68,500 पदों के लिए परीक्षा में बैठे 1.07 लाख अभ्यर्थियों में महज 41556 अभ्यर्थी ही पास हुए। परीक्षा में बैठने वाले 34,311 शिक्षामित्र थे, जिनमें से केवल 7224 ही क्वालिफाई कर पाए। कटऑफ पहले से तय होने के कारण परीक्षा में पास सभी अभ्यर्थियों को नियुक्ति देने के बाद भी करीब 28 हजार पद खाली रह गए थे इसलिए इस बार पहले से कटऑफ तय ही नहीं किया गया है। परीक्षा के बाद रिजल्ट घोषित होने पर पदों के सापेक्ष अभ्यर्थियों की संख्या के अनुसार न्यूनतम कटऑफ तय किया जाएगा।
वेटेज पर भी पड़ेगा असर
सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों को दो
भर्तियों में अवसर देने और वेटेज देने का निर्देश दिया था। इसके तहत
शिक्षामित्रों को अनुभव के आधार पर 2.5 अंक प्रतिवर्ष और अधिकतम 25 अंक
वेटेज मिलना है। पिछली परीक्षा में वेटेज का फायदा उन्हीं शिक्षामित्रों को
मिलता, जो लिखित परीक्षा में न्यूनतम कटऑफ की सीमा रेखा पार करते। लेकिन
इसकी जरूरत ही नहीं पड़ी। अब चूंकि कोई न्यूनतम कटऑफ नहीं होगा तो
शिक्षामित्रों की मेरिट उनके लिखित परीक्षा में पाए मूल अंक में वेटेज
जोड़कर बनेगी। ऐसे में अगर कोई दस वर्ष पुराना शिक्षामित्र परीक्षा में
बैठा है और उसने 25 अंक हासिल किए हैं तो भी 25 अंक का वेटेज जोड़कर उसके
50 अंक हो जाएंगे। ऐसे में गैर-शिक्षामित्र अभ्यर्थियों पर वे नौकरी की रेस
में भारी पड़ेंगे। इससे पिछली बार की अपेक्षा इस बार अधिक शिक्षामित्रों
को नौकरी मिलने की उम्मीद है।
ऐसे बनेगी फाइनल मेरिट
इस बार ऐकेडमिक मेरिट की भूमिका अहम होगी।
भर्ती की फाइनल मेरिट 60% लिखित परीक्षा के अंक और 40% ऐकेडमिक वेटेज
मिलाकर बनेगी। इसमें हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, ग्रैजुएशन, बीटीसी/बीएड सब पर
10-10 अंक के अधिकतम वेटेज होंगे। शिक्षक भर्ती परीक्षा में टीईटी
क्वालिफाई अभ्यर्थी ही शामिल हो सकेंगे। प्राथमिक शिक्षक बनने के लिए बीएड
को योग्य मानने के बाद अभ्यर्थियों के संख्या में काफी बढ़ोतरी होने की
उम्मीद है। टीईटी के आंकड़े इसकी गवाही देते हैं। पिछली बार प्राथमिक स्तर
पर टीईटी में केवल 2.76 लाख अभ्यर्थी बैठे थे और उसमें महज 48 हजार ही सफल
हो पाए थे। इस बार टीईटी प्राथमिक स्तर में 11 लाख से अधिक अभ्यर्थी बैठे
हैं जो पिछली बार का लगभग 4 गुना है। इसके चलते शिक्षक भर्ती परीक्षा में
भी आवेदकों की संख्या काफी बढ़ेगी। पद के सापेक्ष अभ्यर्थियों की रेस में
वही आगे निकल सकेंगे जिनकी एकेडमिक मेरिट भी बेहतर होगी।
ये रहा कार्यक्रम
69 हजार पदों के लिए होने वाली भर्ती
परीक्षा के लिए 6 दिसंबर से ऑनलाइन आवेदन प्राप्त किए जाएंगे। आवेदन 20
दिसंबर तक जमा किए जाएंगे। 6 जनवरी को प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों पर
सुबह 11 से दोपहर 1.30 बजे तक परीक्षा होगी। इस बार लिखित परीक्षा
बहुविकल्पीय प्रश्नों व ओएमआर सीट पर होगी।अपर मुख्य सचिव प्रभात कुमार ने
बताया कि 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में बीएड डिग्री प्राप्त
अभ्यर्थियों को भी शामिल करने का निर्णय किया है। लेकिन परीक्षा में केवल
प्राथमिक टीईटी (कक्षा 1 से 5) उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थी ही शामिल हो
सकेंगे।