क्या 10 साल से भी अधिक अध्यापक नौकरी करने का दावा पेश करने वाला इस योग्य भी नहीं
है कि वह टेट परीक्षा पास कर सके। जी नहीं ऐसा नहीं है, प्रदेश के अनेक ऐसे
शिक्षामित्र हैं जो टेट परीक्षा पास कर चुके हैं और अग्रिम परीक्षाएँ पास करने का
दम ख़म रखते हैं।
लेकिन चंद अल्पज्ञ और चंदाखोर शिक्षामित्र नेताओं के कारण जो नंगई, गुंडागर्दी, मारपीट, गालीगलौज, धमकी देना, मिड डे फेंकना, स्कूल में न पढ़ाना, बच्चों के साथ मारपीट और हत्या आदि जैसे संगीन अपराधों से चलते अपनी रोटी सेंकने के चक्कर में योग्य और सुसंस्कृति शिक्षामित्रों को भी नौकरी नहीं पाने देना चाहते हैं। उनका एक मात्र उद्देश्य है कि हम सरकारी नौकरी न पायें तो ग़रीब और मेहनती शिक्षामित्र के घर भी दीपावली का दीया न जले।
नेता या तो सही दिशा दिखाता है या फिर राजनैतिक लाभ उठाता है। अब शिक्षामित्रों को स्वयं सोचना है कि वे अपने बच्चों को किस प्रकार के शिक्षक के हवाले करना चाहते हैं, क्योंकि आदेश आ चुका है कि सरकारी कर्मचारी को अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ाया तो न प्रमोशन मिलेगा और न ही अन्य भत्ते।
आप एक अच्छे शिक्षक हैं क्या आप ऐसे क्रूर, निर्दयी, असभ्य और पथभ्रष्ट शिक्षामित्र के हाथों में अपने या रिश्तेदारों के बच्चों का भविष्य सौंपना चाहेंगे जो उन्हें कुछ भी न सिखा पाये। सिर्फ़ सैलरी ले, मिड डे मील का पैसा दबाये, कभी क्लास न ले और आपके बच्चों से मारपीट करे। आखिर आप स्वयं निर्माता हैं आगे आने वाले भविष्य के। अपना और देश का भविष्य ख़राब न करें। टेट परीक्षा पास अपने ज्ञान को साबित करें और सरकारी स्कूल मे एडमीशन कराने से डरने वाले माता-पिता को ये हौसला दें कि उनके बच्चे का भविष्य सही हाथों में है।
शिक्षा और शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका को समझें और सत्य का साथ दें। यदि आप स्वयं एक छोटीसी परीक्षा से बचेंगे तो आप किस प्रकार अपने छात्रों को परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। स्वयं एक बार यह प्रश्न करके देखें।
कुछ के चक्कर में सब बदनामी झेल रहे हैं, सत्य स्वीकार करें और कहें हम टेट पास हैं और हम नकारों का साथ नहीं देंगे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
लेकिन चंद अल्पज्ञ और चंदाखोर शिक्षामित्र नेताओं के कारण जो नंगई, गुंडागर्दी, मारपीट, गालीगलौज, धमकी देना, मिड डे फेंकना, स्कूल में न पढ़ाना, बच्चों के साथ मारपीट और हत्या आदि जैसे संगीन अपराधों से चलते अपनी रोटी सेंकने के चक्कर में योग्य और सुसंस्कृति शिक्षामित्रों को भी नौकरी नहीं पाने देना चाहते हैं। उनका एक मात्र उद्देश्य है कि हम सरकारी नौकरी न पायें तो ग़रीब और मेहनती शिक्षामित्र के घर भी दीपावली का दीया न जले।
नेता या तो सही दिशा दिखाता है या फिर राजनैतिक लाभ उठाता है। अब शिक्षामित्रों को स्वयं सोचना है कि वे अपने बच्चों को किस प्रकार के शिक्षक के हवाले करना चाहते हैं, क्योंकि आदेश आ चुका है कि सरकारी कर्मचारी को अपने बच्चे को सरकारी स्कूल में नहीं पढ़ाया तो न प्रमोशन मिलेगा और न ही अन्य भत्ते।
आप एक अच्छे शिक्षक हैं क्या आप ऐसे क्रूर, निर्दयी, असभ्य और पथभ्रष्ट शिक्षामित्र के हाथों में अपने या रिश्तेदारों के बच्चों का भविष्य सौंपना चाहेंगे जो उन्हें कुछ भी न सिखा पाये। सिर्फ़ सैलरी ले, मिड डे मील का पैसा दबाये, कभी क्लास न ले और आपके बच्चों से मारपीट करे। आखिर आप स्वयं निर्माता हैं आगे आने वाले भविष्य के। अपना और देश का भविष्य ख़राब न करें। टेट परीक्षा पास अपने ज्ञान को साबित करें और सरकारी स्कूल मे एडमीशन कराने से डरने वाले माता-पिता को ये हौसला दें कि उनके बच्चे का भविष्य सही हाथों में है।
शिक्षा और शिक्षक के रूप में अपनी भूमिका को समझें और सत्य का साथ दें। यदि आप स्वयं एक छोटीसी परीक्षा से बचेंगे तो आप किस प्रकार अपने छात्रों को परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। स्वयं एक बार यह प्रश्न करके देखें।
कुछ के चक्कर में सब बदनामी झेल रहे हैं, सत्य स्वीकार करें और कहें हम टेट पास हैं और हम नकारों का साथ नहीं देंगे।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC