जागरण संवाददाता, फीरोजाबाद : फीरोजाबाद निवासी एक शिक्षक की
खैरगढ़ ब्लाक में तैनाती है। दिसंबर 2015 तक अक्सर वह सुबह नौ बजे के स्कूल
के लिए साढ़े नौ बजे तक ही घर से निकला करते थे। स्कूल रोज जाना भी तय न था, लेकिन पिछले 15 दिन से वक्त पर
स्कूल में होते हैं।
शिक्षाधिकारियों से ज्यादा असरदार इन दिनों फोन की कॉल
साबित हो रही है। हेल्पलाइन नंबर पर सुबह नौ बजे तक छुट्टी दर्ज न कराने
के बाद में स्कूल से गैरहाजिरी का कोई बहाना भी नहीं चल पा रहा है।
शिक्षाधिकारियों के निरीक्षण को लेकर पहले शिक्षकों में इतना
खौफ नहीं होता था।
वजह साफ है शिक्षाधिकारी ब्लॉक के किसी एक स्कूल में निरीक्षण पर होते हैं, तभी उस क्षेत्र के सभी शिक्षकों पर खबर पहुंच जाती है।
वजह साफ है शिक्षाधिकारी ब्लॉक के किसी एक स्कूल में निरीक्षण पर होते हैं, तभी उस क्षेत्र के सभी शिक्षकों पर खबर पहुंच जाती है।
एक स्कूल के निरीक्षण में 15 से 20 मिनट का वक्त लगता है,
ऐसे में जब तक सभी शिक्षक स्कूल में होते थे। लेकिन इन दिनों कंप्यूटर
सॉफ्टवेयर के जरिए निगरानी की जा रही है तो शिक्षक बेचैन हैं। पता नहीं, कब
जनपद के कौन से स्कूल के शिक्षक का मोबाइल नंबर मिल जाए तथा उसके स्कूल
में न होने की पोल खुल जाए।
बच्चों से और रसोइयों से ली जाती है गवाही
शिक्षक फोन पर बचने का कितना भी प्रयास क्यों न करें? उसकी पोल खुल जाती है।
शिक्षक फोन पर बचने का कितना भी प्रयास क्यों न करें? उसकी पोल खुल जाती है।
फोन पर स्कूल के बच्चों से बात कराने के लिए कहा जाता है तो
रसोइयों से भी बात करके देखा जाता है शिक्षक स्कूल में हैं या नहीं। विभाग
के पास कंप्यूटर में जनपद के सभी शिक्षकों के मोबाइल नंबर एवं डाटा है।
इससे कभी सहायक अध्यापक को फोन मिलाकर हैड से बात कराने के लिए कहा जाता है
तो कभी हैड को फोन मिलाकर अन्य शिक्षकों से बात की जाती है।
जिस शिक्षक का फोन नहीं उठता है, उसके स्कूल के अन्य शिक्षकों
को फोन मिलाकर उस शिक्षक से बात कराने के लिए कहा जाता है। अब तक कई
शिक्षकों के गैरहाजिर मिलने पर कार्रवाई की जा चुकी है।
जल्द आएगा व्हाट्स अप नंबर भी:-
पिछले दिनों बैठक में जिलाधिकारी निधि केसरवानी ने शिकायतों
के लिए व्हाट्स अप नंबर भी जारी करने के लिए कहा है। विभाग के द्वारा इसके
लिए तैयारी की जा रही है। मंशा है एक व्हाट्स अप नंबर जारी कर दिया जाए,
ताकि जनता इस नंबर पर देहात क्षेत्र में शिक्षा की अव्यवस्थाओं को अफसरों
के समक्ष रख सके।
इस नंबर पर दर्ज कराएं शिकायत
पब्लिक हेल्प लाइन : 05612-285003
'शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रयास किए गए हैं। पब्लिक हेल्पलाइन से जहां हमें स्कूल की व्यवस्थाओं एवं शिक्षकों के संबंध में अभिभावकों से फीडबैक मिल रहा है तो टीचर हेल्पलाइन से शिक्षकों की समस्याएं भी सामने आ रही हैं। शिक्षकों के लिए यह दोनो नंबर मददगार साबित हो रहे हैं। लापरवाह शिक्षक भी अब जिम्मेदार बन रहे हैं।'
-बालमुकुंद प्रसाद
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।
'शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रयास किए गए हैं। पब्लिक हेल्पलाइन से जहां हमें स्कूल की व्यवस्थाओं एवं शिक्षकों के संबंध में अभिभावकों से फीडबैक मिल रहा है तो टीचर हेल्पलाइन से शिक्षकों की समस्याएं भी सामने आ रही हैं। शिक्षकों के लिए यह दोनो नंबर मददगार साबित हो रहे हैं। लापरवाह शिक्षक भी अब जिम्मेदार बन रहे हैं।'
-बालमुकुंद प्रसाद
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।
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