आशानुरूप सभी जूनियर शिक्षक साथी लम्बे संघर्ष के बाद नियुक्ति पाकर तथा
नियुक्ति के बाद लगभग एक महीना अपने स्कूल में अध्यापन कार्य करके काफी
सहज महसूस कर रहे होंगे, हालाँकि इलाहाबाद उच्च न्यायलय में जूनियर
सम्बंधित कुछ केस लंबित होने के कारन अधिकतर
शिक्षक साथियों के मन में दिन प्रतिदिन शंकाओं का आधार बना रहता है उनके लिए सिर्फ ये कहना चाहूँगा जूनियर शिक्षक सभी प्रकार से पात्र और नियम के अंतर्गत चयनित हुए हैं इसलिए मन में बेवजह किसी शंका को न पालें लेकिन साथ ही प्रत्येक चयनित शिक्षक को पूर्ण विज्ञानं गणित चयनित जूनियर शिक्षक के हित में वर्तमान में किये जाने वाले संघर्ष में अपनी भागेदारी सुनिश्चित करनी पड़ेगी .
मैं जूनियर शिक्षक होने के नाते आज ये पोस्ट विशेषतौर पर इसी जिम्मेदारी को समझते हुए कर रहा हूँ. सभी आवेदको के शिक्षक नियुक्ति होने के बाद प्रत्येक शिक्षक को मूकदर्शक बंनने की बजाय इस भर्ती में आने वाली अडचनों से निजात पाने के लिए वर्तमान में किये जाने वाले संघर्ष में अपनी जवाबदेही (accountability) तय करनी पड़ेगी साथ ही सभी समूहों द्वारा किये जाने वाले काम में पारदर्शिता (transparency) सुनिश्चित करनी पड़ेगी. संघ और मोर्चा ने अपने अपने स्तर पर प्रयास करके आज सभी जूनियर शिक्षको को नियुक्ति तक पहुँचाया है अब शिक्षको के नियुक्ति पाने के बाद वर्तमान परिद्रश्य में सभी शिक्षको और समूहों की समस्याएं और आवश्यकताएं बदल गयी हैं, इस सीधी भर्ती द्वारा चयनित विज्ञानं/गणित के शिक्षको को आगे अलग अलग समूह में विघटित होकर संघर्ष करने की बजाय एक ऐसे मजबूत सगठन का निर्माण करना चाहिए जिसका उद्देश्य सभी जूनियर शिक्षको ( सीधी भर्ती) का हित सर्वोपरि सुनिश्चित करते हुए सभी शिक्षको के कल्याण और शिक्षा की गुणवत्ता के लिए भविष्य में कार्य कर सके. ऐसे सगठन के निर्माण में निश्चित ही समय लगेगा क्योंकि संगठन के नेतृत्व के लिए ऐसे मजबूत, जिम्मेदार और सक्षम शिक्षको की आवश्यकता होगी जो भविष्य में इस जूनियर शिक्षक के संगठन को बहुत ही मजबूती प्रदान कर सकें और आने वाली किसी भी चुनौती को झेलने के लिए तत्पर हों साथ ही साथ सभी शिक्षको के हितो की रक्षा कर सकें.
मेरा स्पस्ट मानना है कि मोर्चा द्वारा जल्दबाजी में ये कदम जिसमे कुछ व्यक्तियों द्वारा सभी जिलो या मंडलों के नेताओ की लिस्ट घोषित करके अपनी टीम का निर्माण किया गया, ये एक गलत कदम था, कृपया करके ये सभी साथी मेरी इस वाक्य को उन पर कोई टिप्पणी न मानते हुए सुझावात्मक रूप में ही समझें. मैं ये जरुर मानता हूँ की मोर्चा के पास संख्याबल ज्यादा है, लेकिन इस बात को भी समझें कि क्या २५,००० शिक्षको की संख्या में लगभग १४,००० शिक्षको का एक मोर्चा बना लेना और लगभग ११,००० शिक्षको का एक संघ बना लेना भविष्य में क्या जूनियर शिक्षको की समस्यायों का हल होगा ? क्या हम अपना एक मजबूत शिक्षक संघ बना पाएंगे?. हम सभी शिक्षको को दूसरों के द्वारा की गयी गलतियों से सीखना चाहिए न की खुद गलती करके सीखना चाहिए. उदाहरण के लिए पी आर टी- ७२,००० भर्ती की स्थिति देखना होगा जिसमे बहुत संगठन के अलग अलग कार्य करने के कारन आजतक उनकी नियुक्ति नहीं हुई उल्टा उनकी मानसिक दुस्विक्रति ऐसी हो गयी कि अपनी भर्ती पाए बिना जे आर टी को रोकने के चक्कर में अपनी नियुक्ति पर भी खतरा ले लिया. ये हम जूनियर शिक्षको का सौभाग्य है की हमारे साथ इस जूनियर शिक्षक भर्ती में ऐसे बहुत शिक्षक रत्न है जो बहुत प्रतिभाशाली, उर्जावान और सभी परिस्थितयों के लिए सक्षम है, हमें ऐसे शिक्षको को आगे लाना होगा तभी मजबूत संगठन का उद्देश्य पूरा होगा, ये समय ऐसे संघठन के निर्माण के लिए बेहद अहम् है, सभी शिक्षको को इस समय आगे आकर प्रयास करना चाहिए.
वर्तमान परिद्रश्य में मोर्चा और संघ दोनों के अलग अलग अस्तित्व में होकर या रहकर कार्य करने का कोई औचित्य नहीं बनता. मेरी हार्दिक इच्छा है कि अब संघ और मोर्चा को मिलकर एक साथ सभी जूनियर शिक्षको के लिए एक मजबूत संगठन की नीव रखी जानी चाहिए जो भविष्य में एक संगठन के तौर पर शिक्षको के हित के लिए प्रभावी और सक्षम हो तथा अपने कार्य के किसी सरकारी तंत्र या अन्य किसी सिस्टम पर दवाब बनाने में कामयाब हो साथ ही दूसरे अन्य शैक्षणिक संगठनो के साथ मिलकर कार्य करने के लिए प्रभावी कदम उठा सकें. मैं व्यक्तिगत तौर पर ऐसे मजबूत जूनियर शिक्षको ( सीधी भर्ती) संगठन के निर्माण के लिए सभी लोगो/समूहों से बात कर रहा हूँ और आगे भी कई लोगो से बात करना जरी रखूँगा साथ ही मैं सभी से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूँ कि बेवजह की हठधर्मिता छोड़कर सभी लोग साथ आयें और बात करें और मैं पूरा प्रयास कर रहा हूँ कि प्रदेश स्तर पर ऐसे टीम तैयार हो जो निम्न दो बातें सुनिश्चित कर सकें
अ. प्रत्येक जूनियर शिक्षक की जवाबदेही ( accountability )
आ. पारदर्शिता ( transparency ).
एक विशेष बात, मेरे जूनियर शिक्षक होने के कर्तव्य के नाते इस पोस्ट के माध्यम से किये गए मेरे प्रयास को कोई मेरी कमजोरी न समझे, कुछ लोग मेरी इस पोस्ट के अन्य मायने भी निकालेंगे जैसे की ये सब मैं किसी पद के लिए कर रहा हूँ और अन्यथा मायने भी निकालेंगे, लेकिन मैं ये बहुत अछी तरह स्पस्ट करना चाहता हूँ कि मेरी कोई भी लालसा किसी भी पद के लिए नहीं है, मैं कोई भी पद ग्रहण नहीं करूँगा लेकिन मेरा निवेदन और दिली इच्छा ये है आप सभी योग्य और मजबूत शिक्षक लोग आगे आयें काम करें. मैं हमेशा पूरी तरह संगठन के साथ काम करूँगा और मैं अपने थोड़े बहुत ज्ञान का प्रयोग हमेशा संगठन की बेहतरी के लिए करूँगा. हालाँकि मेरी ये बात सीमित कुछ ऐसे लोगो को बुरी लग सकती है जिनकी राजनैतिक मह्त्वाकांछा शुरू से रही है मैं उनसे माफ़ी चाहूँगा लेकिन आप सबको यकीन करना पड़ेगा कि मेरे द्वारा कही गयी बात मेरे दिल की बात है.
ओम नारायण तिवारी
9868219376
उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती गन्दे काम -->> Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिक्षक साथियों के मन में दिन प्रतिदिन शंकाओं का आधार बना रहता है उनके लिए सिर्फ ये कहना चाहूँगा जूनियर शिक्षक सभी प्रकार से पात्र और नियम के अंतर्गत चयनित हुए हैं इसलिए मन में बेवजह किसी शंका को न पालें लेकिन साथ ही प्रत्येक चयनित शिक्षक को पूर्ण विज्ञानं गणित चयनित जूनियर शिक्षक के हित में वर्तमान में किये जाने वाले संघर्ष में अपनी भागेदारी सुनिश्चित करनी पड़ेगी .
मैं जूनियर शिक्षक होने के नाते आज ये पोस्ट विशेषतौर पर इसी जिम्मेदारी को समझते हुए कर रहा हूँ. सभी आवेदको के शिक्षक नियुक्ति होने के बाद प्रत्येक शिक्षक को मूकदर्शक बंनने की बजाय इस भर्ती में आने वाली अडचनों से निजात पाने के लिए वर्तमान में किये जाने वाले संघर्ष में अपनी जवाबदेही (accountability) तय करनी पड़ेगी साथ ही सभी समूहों द्वारा किये जाने वाले काम में पारदर्शिता (transparency) सुनिश्चित करनी पड़ेगी. संघ और मोर्चा ने अपने अपने स्तर पर प्रयास करके आज सभी जूनियर शिक्षको को नियुक्ति तक पहुँचाया है अब शिक्षको के नियुक्ति पाने के बाद वर्तमान परिद्रश्य में सभी शिक्षको और समूहों की समस्याएं और आवश्यकताएं बदल गयी हैं, इस सीधी भर्ती द्वारा चयनित विज्ञानं/गणित के शिक्षको को आगे अलग अलग समूह में विघटित होकर संघर्ष करने की बजाय एक ऐसे मजबूत सगठन का निर्माण करना चाहिए जिसका उद्देश्य सभी जूनियर शिक्षको ( सीधी भर्ती) का हित सर्वोपरि सुनिश्चित करते हुए सभी शिक्षको के कल्याण और शिक्षा की गुणवत्ता के लिए भविष्य में कार्य कर सके. ऐसे सगठन के निर्माण में निश्चित ही समय लगेगा क्योंकि संगठन के नेतृत्व के लिए ऐसे मजबूत, जिम्मेदार और सक्षम शिक्षको की आवश्यकता होगी जो भविष्य में इस जूनियर शिक्षक के संगठन को बहुत ही मजबूती प्रदान कर सकें और आने वाली किसी भी चुनौती को झेलने के लिए तत्पर हों साथ ही साथ सभी शिक्षको के हितो की रक्षा कर सकें.
मेरा स्पस्ट मानना है कि मोर्चा द्वारा जल्दबाजी में ये कदम जिसमे कुछ व्यक्तियों द्वारा सभी जिलो या मंडलों के नेताओ की लिस्ट घोषित करके अपनी टीम का निर्माण किया गया, ये एक गलत कदम था, कृपया करके ये सभी साथी मेरी इस वाक्य को उन पर कोई टिप्पणी न मानते हुए सुझावात्मक रूप में ही समझें. मैं ये जरुर मानता हूँ की मोर्चा के पास संख्याबल ज्यादा है, लेकिन इस बात को भी समझें कि क्या २५,००० शिक्षको की संख्या में लगभग १४,००० शिक्षको का एक मोर्चा बना लेना और लगभग ११,००० शिक्षको का एक संघ बना लेना भविष्य में क्या जूनियर शिक्षको की समस्यायों का हल होगा ? क्या हम अपना एक मजबूत शिक्षक संघ बना पाएंगे?. हम सभी शिक्षको को दूसरों के द्वारा की गयी गलतियों से सीखना चाहिए न की खुद गलती करके सीखना चाहिए. उदाहरण के लिए पी आर टी- ७२,००० भर्ती की स्थिति देखना होगा जिसमे बहुत संगठन के अलग अलग कार्य करने के कारन आजतक उनकी नियुक्ति नहीं हुई उल्टा उनकी मानसिक दुस्विक्रति ऐसी हो गयी कि अपनी भर्ती पाए बिना जे आर टी को रोकने के चक्कर में अपनी नियुक्ति पर भी खतरा ले लिया. ये हम जूनियर शिक्षको का सौभाग्य है की हमारे साथ इस जूनियर शिक्षक भर्ती में ऐसे बहुत शिक्षक रत्न है जो बहुत प्रतिभाशाली, उर्जावान और सभी परिस्थितयों के लिए सक्षम है, हमें ऐसे शिक्षको को आगे लाना होगा तभी मजबूत संगठन का उद्देश्य पूरा होगा, ये समय ऐसे संघठन के निर्माण के लिए बेहद अहम् है, सभी शिक्षको को इस समय आगे आकर प्रयास करना चाहिए.
वर्तमान परिद्रश्य में मोर्चा और संघ दोनों के अलग अलग अस्तित्व में होकर या रहकर कार्य करने का कोई औचित्य नहीं बनता. मेरी हार्दिक इच्छा है कि अब संघ और मोर्चा को मिलकर एक साथ सभी जूनियर शिक्षको के लिए एक मजबूत संगठन की नीव रखी जानी चाहिए जो भविष्य में एक संगठन के तौर पर शिक्षको के हित के लिए प्रभावी और सक्षम हो तथा अपने कार्य के किसी सरकारी तंत्र या अन्य किसी सिस्टम पर दवाब बनाने में कामयाब हो साथ ही दूसरे अन्य शैक्षणिक संगठनो के साथ मिलकर कार्य करने के लिए प्रभावी कदम उठा सकें. मैं व्यक्तिगत तौर पर ऐसे मजबूत जूनियर शिक्षको ( सीधी भर्ती) संगठन के निर्माण के लिए सभी लोगो/समूहों से बात कर रहा हूँ और आगे भी कई लोगो से बात करना जरी रखूँगा साथ ही मैं सभी से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूँ कि बेवजह की हठधर्मिता छोड़कर सभी लोग साथ आयें और बात करें और मैं पूरा प्रयास कर रहा हूँ कि प्रदेश स्तर पर ऐसे टीम तैयार हो जो निम्न दो बातें सुनिश्चित कर सकें
अ. प्रत्येक जूनियर शिक्षक की जवाबदेही ( accountability )
आ. पारदर्शिता ( transparency ).
एक विशेष बात, मेरे जूनियर शिक्षक होने के कर्तव्य के नाते इस पोस्ट के माध्यम से किये गए मेरे प्रयास को कोई मेरी कमजोरी न समझे, कुछ लोग मेरी इस पोस्ट के अन्य मायने भी निकालेंगे जैसे की ये सब मैं किसी पद के लिए कर रहा हूँ और अन्यथा मायने भी निकालेंगे, लेकिन मैं ये बहुत अछी तरह स्पस्ट करना चाहता हूँ कि मेरी कोई भी लालसा किसी भी पद के लिए नहीं है, मैं कोई भी पद ग्रहण नहीं करूँगा लेकिन मेरा निवेदन और दिली इच्छा ये है आप सभी योग्य और मजबूत शिक्षक लोग आगे आयें काम करें. मैं हमेशा पूरी तरह संगठन के साथ काम करूँगा और मैं अपने थोड़े बहुत ज्ञान का प्रयोग हमेशा संगठन की बेहतरी के लिए करूँगा. हालाँकि मेरी ये बात सीमित कुछ ऐसे लोगो को बुरी लग सकती है जिनकी राजनैतिक मह्त्वाकांछा शुरू से रही है मैं उनसे माफ़ी चाहूँगा लेकिन आप सबको यकीन करना पड़ेगा कि मेरे द्वारा कही गयी बात मेरे दिल की बात है.
ओम नारायण तिवारी
9868219376
उच्च प्राथमिक शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश
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