सोनभद्र: स्कूल से गायब होने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हर सप्ताह दूसरे व तीसरे दिन स्कूल का निरीक्षण किया जाए।
स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों की सूची तैयार कर बीएसए कार्यालय को उपलब्ध कराई जाए, ताकि उन पर प्रशासनिक कार्रवाई हो सके। गौरतलब हो कि ग्रामीण क्षेत्रों से बीएसए को शिकायत प्राप्त हो रही है कि शिक्षक स्कूल समय से नहीं पहुंच रहे हैं जिससे पढ़ाई बाधित हो रही है।
एसएमएस से नहीं देते सूचना: छुट्टी पर जाने से पहले खंड शिक्षा अधिकारियों को एसएमएस करने का निर्देश दिया गया है लेकिन तमाम शिक्षक इसका पालन नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से भी शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दाल में काला लग रहा है और वे नियमित जांच कर शिक्षकों पर शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है।
नक्सल क्षेत्र में तैनात शिक्षकों को मौज ही मौज
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को मिले तीन पत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के हैं। बीएसए मनभरन राम राजभर का कहना है कि तीन पत्र तीन गांव से आए हैं। इसमें साफ तौर पर लिखा है कि नक्सल क्षेत्र में शिक्षक सप्ताह में महज एक बार आ रहे हैं और हाजिरी व अन्य कार्य अंजाम देने के बाद सरक जा रहे हैं। ग्रामीणों ने नक्सल क्षेत्र के स्कूलों की नियमित गार्डी करने की अपील की है ताकि यहां के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को सुचारु रूप से किया जा सके।
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