इलाहाबाद : लगातार हाईकोर्ट में किरकिरी ङोल रहे उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने पारदर्शिता की ओर
कदम बढ़ाए हैं। इसके तहत अरसे बाद पीसीएस-2016 प्रारंभिक परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों का ब्यौरा वेबसाइट पर सार्वजनिक किया गया है।
अभ्यर्थियों का न केवल नाम जारी किया है, बल्कि उनका पता और रोल नंबर भी दिया गया है। इसमें कुल 14,616 सफल अभ्यर्थी शामिल हैं। डा. अनिल यादव के कार्यकाल में आयोग ने तथ्य छिपाने की जो परंपरा शुरू की थी, वह किसी न किसी रूप में अभी तक जारी थी। अनिल यादव के समय तो आयोग ने किसी भी परीक्षा परिणाम में अभ्यर्थियों का नाम और उनकी जाति का उल्लेख न करने का फैसला भी किया था। इस फैसले की वजह से तमाम विवाद खड़े हुए। आयोग के इस निर्णय का प्रतियोगियों ने जमकर विरोध किया था जिसके बाद यह फैसला पलटा गया। डा. एसके जैन के समय में परीक्षा परिणाम में सफल अभ्यर्थियों के नाम उनकी जाति के साथ जारी करने का सिलसिला शुरू हुआ। एक कदम और आगे बढ़ते हुए अब आयोग ने पूरा विवरण देना शुरू किया है। पहली बार सफल अभ्यर्थियों के नाम के साथ उनका पता भी सार्वजनिक किया गया है। 1वैसे आयोग ने यह निर्णय इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल एक याचिका की वजह से लिया है। यह याचिका सिविल रिट याचिका संख्या 28,971/2016 सुनील कुमार सिंह व अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य की है। दरअसल पीसीएस 2016 प्री परीक्षा परिणाम को लेकर अलग अलग रिट हाईकोर्ट में दाखिल की गई है। अभ्यर्थियों को प्री परीक्षा परिणाम के डेढ़ दर्जन सवालों पर आपत्ति है। आयोग की ओर से जो उत्तर कुंजी जारी की गई थी, उसमें पांच सवालों को डिलीट किया गया था। इसके अलावा दो सवालों के दो दो उत्तर दिए गए। प्रतियोगी कुछ अन्य सवालों के जवाब से भी संतुष्ट नहीं हैं।1उल्लेखनीय है कि पीसीएस 2016 में रिक्त पदों की संख्या है 633 है। इसकी प्री परीक्षा 20 मार्च 2016 को हुई थी।
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अभ्यर्थियों का न केवल नाम जारी किया है, बल्कि उनका पता और रोल नंबर भी दिया गया है। इसमें कुल 14,616 सफल अभ्यर्थी शामिल हैं। डा. अनिल यादव के कार्यकाल में आयोग ने तथ्य छिपाने की जो परंपरा शुरू की थी, वह किसी न किसी रूप में अभी तक जारी थी। अनिल यादव के समय तो आयोग ने किसी भी परीक्षा परिणाम में अभ्यर्थियों का नाम और उनकी जाति का उल्लेख न करने का फैसला भी किया था। इस फैसले की वजह से तमाम विवाद खड़े हुए। आयोग के इस निर्णय का प्रतियोगियों ने जमकर विरोध किया था जिसके बाद यह फैसला पलटा गया। डा. एसके जैन के समय में परीक्षा परिणाम में सफल अभ्यर्थियों के नाम उनकी जाति के साथ जारी करने का सिलसिला शुरू हुआ। एक कदम और आगे बढ़ते हुए अब आयोग ने पूरा विवरण देना शुरू किया है। पहली बार सफल अभ्यर्थियों के नाम के साथ उनका पता भी सार्वजनिक किया गया है। 1वैसे आयोग ने यह निर्णय इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल एक याचिका की वजह से लिया है। यह याचिका सिविल रिट याचिका संख्या 28,971/2016 सुनील कुमार सिंह व अन्य बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य की है। दरअसल पीसीएस 2016 प्री परीक्षा परिणाम को लेकर अलग अलग रिट हाईकोर्ट में दाखिल की गई है। अभ्यर्थियों को प्री परीक्षा परिणाम के डेढ़ दर्जन सवालों पर आपत्ति है। आयोग की ओर से जो उत्तर कुंजी जारी की गई थी, उसमें पांच सवालों को डिलीट किया गया था। इसके अलावा दो सवालों के दो दो उत्तर दिए गए। प्रतियोगी कुछ अन्य सवालों के जवाब से भी संतुष्ट नहीं हैं।1उल्लेखनीय है कि पीसीएस 2016 में रिक्त पदों की संख्या है 633 है। इसकी प्री परीक्षा 20 मार्च 2016 को हुई थी।
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