इलाहाबाद.
शासकीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था व गुणवत्ता
में सुधारने के लिए जिला प्रशासन काॅल सेंटर बनाने की तैयारी करने जा रहा
है। काॅल सेंटर के माध्यम से स्कूलों में पढ़ाई के साथ शिक्षक व
विद्यार्थियों की उपस्थिति पर नजर रखी जा सकेगी।
बेसिक
शिक्षा विभाग की ओर से जिले में 2328 प्राथमिक व 981 उच्च प्राथमिक
स्कूलों का संचालन हो रहा है। इसमें से काफी स्कूलों में विद्यार्थियों व
शिक्षकों के अनुपस्थिति की शिकायते मिल रही हैं। साथ ही मिड डे मील सहित
अन्य व्यवस्थाओं के साथ भी घोर लारवाही सामने आ रही है। इसी को ध्यान में
रखते हुए जिला प्रशासन ने काॅल सेंटर बनाने का निर्णय लिया है। काॅल सेंटर
के लिए जिला प्रशासन कलेक्ट्रेट में एक कमरा उपलब्ध कराएगा।
इस
कमरे में कुछ शिक्षकों या अनुदेशकों की ड्यूटी लगाई जाएगी। यहां पहली से
लेकर 8वीं तक की किताबों का पूरा सेट होगा। जहां से संबंधित स्कूल के
प्रबंधन को किताबें ले जाकर जरूरतमंद छात्रों को देनी होगी। मिली जानकारी
के अनुसार इस काॅल सेंटर से अचानक किसी भी स्कूल में फोन कर वहां की पढ़ाई
और यथास्थिति के बारे में पूछा जाएगा। इसमें शिक्षकों की स्थिति, छात्रों
की स्थिति, उपस्थिति, अनुपस्थिति, मिड डे मील के बारे में जानकारी पूछी
जाएगी। जिसका जवाब स्कूल के प्राचार्य को देना होगा।
साथ
ही शिक्षकों से अब तक पढ़ाए गए सिलेबस की भी जानकारी मांगी जाएगी।
प्राचार्य से पूरी जानकारी लेने के बाद काॅल सेंटर में बैठा शिक्षक या
अनुदेशक स्कूल के छात्रों से उसी फोन से बात कर सवाल पूछेगा। अगर लापरवाही
सामाने आई तो शिक्षकों पर कार्रवाई होगी।
वर्तमान
में काॅल सेंटर को सही रूप देने के लिए सभी स्कूलों के शिक्षकों व
प्राचार्यों के मोबाइल नंबर मांगे जा रहे हैं। वाट्सएप वाले नंबरों को पहली
प्राथमिकता दी जा रही है। ताकि वहां की यथास्थिति, आसपास के स्कूल की फोटो
काॅल सेंटर में बैठते हुए मंगाई जा सके।
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