जागरण संवाददाता, मैनपुरी: पांच माह में 31 फर्जी शिक्षकों की बर्खास्तगी के बाद अब कई अन्य भर्तियों में भी फर्जी दस्तावेजों से शिक्षक नियुक्ति की आशंका तेज हो गई है। सन् 2013 में एक शिकायत के बाद शुरू हुई जांच के दौरान तीन शिक्षकों के दस्तावेज संदिग्ध पाए गए थे।
वर्ष 2013 का मामला शिकायत होने पर की गई थी जांच
बीएसए को मिली धमकी, डीएम से मांगी सुरक्षा
मैनपुरी : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े में फंसे 23 शिक्षकों की बर्खास्तगी की आशंका भांप इनके समर्थकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी रामकरन यादव को धमकी दी थी। इन शिक्षकों की सेवा समाप्ति के बाद बीएसए को अब अपने लिए खतरा लगने लगा है। उन्होंने डीएम को पत्र भेज सुरक्षा मांगी है। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में दो साल पहले हुई 10 हजार और 10800 शिक्षक भर्ती में 23 शिक्षकों के टीईटी और शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। दो माह पहले एक शिक्षक को बर्खास्त करने के बाद शेष 22 शिक्षकों को 26 दिन पहले बर्खास्तगी का नोटिस दिया गया था। नोटिस के बाद शिक्षकों ने बीएसए पर बर्खास्तगी न करने का दबाव बनाया।
बुधवार को 22 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई। बर्खास्तगी से दो दिन पहले एक शादी समारोह में गए बीएसए रामकरन यादव को कुछ शिक्षकों के समर्थकों ने बर्खास्तगी न करने को लेकर धमकी दी थी। बताते चलें कि बीएसए रामकरन यादव लगभग छह माह पहले जिले में आए हैं। इस दौरान फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले 31 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है।
तीन के दस्तावेज पाए गए थे संदिग्ध, रोक दी बीच मेंकुछ लोग शिक्षकों की बर्खास्तगी से नाराज हैं। लगातार धमकी भी दे रहे हैं। मैंने जिलाधिकारी व अन्य उच्चाधिकारियों को पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया है। मैंने सुरक्षा की मांग की है।
रामकरन यादव, बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पत्र लिखा है। मैंने पुलिस अधीक्षक को बीएसए का पत्र भेज दिया है। बीएसए बीएसए को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
चंद्रपाल सिंह, जिलाधिकारी
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वर्ष 2013 का मामला शिकायत होने पर की गई थी जांच
बीएसए को मिली धमकी, डीएम से मांगी सुरक्षा
मैनपुरी : बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जीवाड़े में फंसे 23 शिक्षकों की बर्खास्तगी की आशंका भांप इनके समर्थकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी रामकरन यादव को धमकी दी थी। इन शिक्षकों की सेवा समाप्ति के बाद बीएसए को अब अपने लिए खतरा लगने लगा है। उन्होंने डीएम को पत्र भेज सुरक्षा मांगी है। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में दो साल पहले हुई 10 हजार और 10800 शिक्षक भर्ती में 23 शिक्षकों के टीईटी और शैक्षिक प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए थे। दो माह पहले एक शिक्षक को बर्खास्त करने के बाद शेष 22 शिक्षकों को 26 दिन पहले बर्खास्तगी का नोटिस दिया गया था। नोटिस के बाद शिक्षकों ने बीएसए पर बर्खास्तगी न करने का दबाव बनाया।
बुधवार को 22 शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई। बर्खास्तगी से दो दिन पहले एक शादी समारोह में गए बीएसए रामकरन यादव को कुछ शिक्षकों के समर्थकों ने बर्खास्तगी न करने को लेकर धमकी दी थी। बताते चलें कि बीएसए रामकरन यादव लगभग छह माह पहले जिले में आए हैं। इस दौरान फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी करने वाले 31 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है।
तीन के दस्तावेज पाए गए थे संदिग्ध, रोक दी बीच मेंकुछ लोग शिक्षकों की बर्खास्तगी से नाराज हैं। लगातार धमकी भी दे रहे हैं। मैंने जिलाधिकारी व अन्य उच्चाधिकारियों को पूरे प्रकरण से अवगत करा दिया है। मैंने सुरक्षा की मांग की है।
रामकरन यादव, बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने पत्र लिखा है। मैंने पुलिस अधीक्षक को बीएसए का पत्र भेज दिया है। बीएसए बीएसए को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
चंद्रपाल सिंह, जिलाधिकारी
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