UPTET : एक बार फिर से अचयनित मोर्चे का गठन

सभी मित्रों को नमस्कार एक बार फिर से अचयनित मोर्चे का गठन हो रहा है । क्योंकि उत्तर प्रदेश के महामण्डलेश्वरों से चार्ज छिन कर अब उन्हीं महामण्डलेश्वरों की चिलमों में जो पहले गाँजा भरने का काम किया करते थे उसके उपरान्त उसी चिलम से वो भी एक दो दम लगा लिया करते थे अब वह लोग चार्ज लेने आ रहे हैं। अब नये महामण्डलेश्वर का जल्द चुनाव होगा नये नये वित्त मंत्री बनेंगे।
उधर विधान सभा का चुनाव खतम होगा इधर बारादरी पार्क में नयी विधान सभा के सदस्य चुने जायेंगे। कोई न कोई फिर उसी गंजेड़ी कम्पनी का नया महामण्डलेश्वर नियुक्त होगा। लेकिन सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य प्वाइण्ट पर कोई बहस नहीं करायेगा । कोई कहेगा कि 839 तदर्थ को दी तो हमें भी दो क्योंकि ये उन पूर्व के महामण्डलेश्वरों ने आपके दिमाग़ में भर दिया है कि यदि 92 वाला नौकरी करेगा तो 110 वाला कैसे रह सकता है ये तो संविधान के अनुच्छेद १४ को वायलेट करता है। मित्रोंइन खयालीपुलावो को भूल जाओ । मित्रों बस नियम पर बहस कराओ जब सबकी नौकरी जायेगी तो आपको मिलेगी नहीं तो ७ दिसम्बर से याची राहत ही तो माँग रहे हो मिला क्या सिर्फ तारीख़। मित्रों आप जब आप सभी एक इन्टरवेंशन अपलीकेशन में नाम डलवाने के लिये १००० रूपये शुल्क से लेकर लगभग 5000 रूपये शुल्क तक दिया है जबकि आइए का क कोई कोर्ट फीस जमा होती है न ही कोई रजिस्ट्री शुल्क लगता है बहुत अधिक माने तो एक व्यक्ति पर २५ रूपये शुल्क से लेकर ५० रूपये की राशि लगती है जिसमें एओआर शुल्क भी मौजूद है। उसके उपरान्त जब २४ फरवरी का आदेश आ जाता है तो राज्य सरकार इन महामण्डलेश्वरों के लिये एक शासनादेश जारी करती है कि अब अभ्यर्थियों का वेरीफफिकेशन का जिम्मा इन्हीं लोगों को दिया जा रहा है मित्रों मुझे एक शादी में इलाहाबाद जाना है अन्यथा मैं 5 तारीख़ को बारादरी पार्क अवश्य आता। मित्रों जल्द ही आप सभी के सामने मुखातिब हूँगा और सब कुछ सच्चाई आपके सामने रखूंगा। मित्रों आप सभी अभ्यर्थी 5 को जायेंगे जरा उन महामण्डलेश्वरों के लोगों से यह पूछिएगा कि जब हम ११०० से १०००० रूपये शुल्क दे रहे थे और उसके उपरांत वेरीफफिकेशन का नाटक हम सभी लोगों के साथ हो रहा था तब तब इन्हीं जिले के फ्रेन्चाइजी धारकों ने विरोध क्यों नहीं किया और आप सभी को लुटवाते रहे। अब फिर से अचयनित अभ्यर्थियों के मसीहा बनकर आपके जले पर बर्नाल क्रीम लगाने का नाटक कर रहे हैं। और फिर से आपके प्रति सहानुभूति प्रकट करने का नाटक कर रहें है। जब पूरे उत्तर प्रदेश में करोड़ों की लूट हो रही थी तब ये मसीहा जो 5 तारीख़ को एकत्र हो रहे थे वह कहाँ थे तब तो उन्हीं महामण्डलेश्वरों की चिलम में एक साथ ही दम लगा रहे थे। मित्रों मेरे साथ भी जूनियर के लगभग 500 लोग है किसी भी अभ्यर्थी का नुकसान न हो इसलिए उसे हर रिट में जोड़ा है नकि किसी आइए में लगभग २० रिटे ३ स्पेशल अपील एवम सुप्रीम कोर्ट में दो एसएलपी फाइल की है और अभी तक लाखों रूपये भारत सरकार को कोर्ट फीस जमा कर चुका हूँ। मित्रों 5 को मैं भले ही न उपस्थित हूँ लेकिन मेरे कुछ अभ्यर्थी जो जूनियर में याची है अवश्य उपस्थित होगे आजतक किसी को भी बरगलाकर पैसा नहीं लिया। मैं सभी अभ्यर्थियों से विनम्र निवेदन करता हूँ कि आप सभी हर मीटिंग में जाने के लिये स्वतन्त्र है लेकिन किसी भी याची मेकर चाहे वह जिले स्तर का हो या प्रदेश स्तरीय महामण्डलेश्वर हो उसे कोई भी शुल्क न दे। मित्रों मुकदमों को मैं जल्द ही निर्णीत कराऊंगा मेरा साथ चाहे कोई दे या न दे । मेरे साथ मेरे जूनियर के 500 अभ्यर्थी एवम् मेरे मूल निवास हरदोई जिले के ४०० लोग मेरे साथ है। मित्रों यदि तारीख़ पर तारीख़ ही खेलना हो तो इन्हीं महामण्डलेश्वरों का व इन्हीं की चिलम भरने वाले इन्हीं जूनियर महामण्डलेश्वरों का साथ देते रहे और अपना भविष्य बर्बाद कर इन महामण्डलेश्वरोंका भविष्यउज्जवल करते रहे ।
मित्रो सुप्रीम कोर्ट की तारीख ७ अप्रैल मुकर्र होगयी है सभी अभ्यर्थी फिर से एक बार लुटाई के लिये तैयार रहे जल्द ही आप सभी को अकाउंट प्रदर्शित होंगे फेसबुक पर
धन्यवाद
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