समीक्षा अधिकारी भर्ती परीक्षा (RO-ARO 2017) में निगेटिव मार्किग हुई शुरू

इलाहाबाद: उप्र लोकसेवा आयोग ने प्रतियोगी परीक्षा में बड़ा कदम उठाया है। आयोग ने आरओ-एआरओ 2017 परीक्षा से ही निगेटिव मार्किंग शुरू कर दी है। यानी हर गलत प्रश्न का जवाब देने पर एक तिहाई (.33) अंक दंड रूप में काटे जाएंगे। यह कटौती अभ्यर्थियों के सही सवालों में से मिले अंकों से होगी।
आयोग ने अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अभ्यर्थियों का भी प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा में दक्षता मानक तय किया है। दोनों परीक्षाओं में तय फीसद अंक न लाने वाले श्रेष्ठता सूची से बाहर हो जाएंगे। 1नया साल शुरू होने के एक दिन पहले ही आयोग ने प्रतियोगियों को परीक्षा सुधार का बड़ा तोहफा दिया है। शनिवार को समीक्षा अधिकारी सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) 2017 का विज्ञापन जारी हुआ है। इसमें सामान्य चयन की 460 व विशेष चयन की पांच रिक्तियां घोषित हुई हैं। अभ्यर्थी शनिवार से ही ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। परीक्षा शुल्क बैंक में जमा करने की अंतिम तारीख 25 जनवरी 2018 तय की गई है, वहीं आवेदन स्वीकार करने की अंतिम तारीख 30 जनवरी, 2018 है। आयोग के सचिव जगदीश ने बताया कि परीक्षा में प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प होंगे उसमें गलत जवाब देने पर निगेटिव मार्किंग लागू होगी।
यदि कोई अभ्यर्थी एक से अधिक उत्तर देता है तो उसे भी गलत माना जाएगा और तय दंड लागू होगा, भले ही उसमें से एक उत्तर सही हो। यदि अभ्यर्थी कोई प्रश्न हल नहीं करता है तो उससे कोई दंड नहीं लिया जाएगा। सचिव ने बताया कि इस बार परीक्षा में अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम दक्षता मानक तय किया गया है। एससी व एसटी अभ्यर्थियों को प्रारंभिक व मुख्य परीक्षा में 30 फीसदी व अन्य वर्गो का न्यूनतम दक्षता मानक 40 फीसदी होगा। यानी इससे कम अंक पाने वाले अभ्यर्थी श्रेष्ठता सूची में शामिल नहीं होंगे। सामान्य हंिदूी के अनिवार्य प्रश्नपत्र में भी न्यूनतम अंक प्राप्त करने की अपेक्षा है। बाकी नियम-निर्देश, अर्हता आदि का विस्तृत ब्योरा विज्ञापन में दिया गया है।

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