लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में पढ़ाई को और जीवंत व रुचिकर बनाने के लिए
किताबों के जरिये इंटरनेट पर उपलब्ध ज्ञान के खजाने से छात्र-छात्रओं को
रूबरू कराने की तैयारी है। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने खास पहल की है।
विभाग की ओर से शैक्षिक सत्र 2018-19 में कक्षा एक से आठ तक के
छात्र-छात्रओं को बांटने के लिए जो पाठ्यपुस्तकें छपवायी जा रही हैं, उनमें
हर किताब के हर पाठ में क्यूआर कोड दर्ज होगा। प्रत्येक पाठ के लिए
विशिष्ट क्यूआर कोड होगा। विभाग एंड्रायड आधारित एक ऐसा मोबाइल एप तैयार
करा रहा है जिसके जरिये इस क्यूआर कोड को स्कैन किया जाएगा। यह मोबाइल एप
जल्दी लांच किया जाएगा। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह
ने बताया कि प्रत्येक पाठ से जुड़ी डिजिटल सामग्री संबंधित क्यूआर कोड से
लिंक की जा रही है। ऑडियो, वीडियो, ग्राफिक्स, काटरून, आदि फार्मेट में
उपलब्ध इस डिजिटल सामग्री को शिक्षक अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड कर सकेंगे।
इसके बाद वह इस डिजिटल सामग्री को क्लास में बच्चों के सामने अपने
स्मार्टफोन या लैपटॉप के जरिये भी प्रस्तुत कर सकेंगे। शिक्षकों के अलावा
छात्र-छात्रओं के अभिभावक भी इस डिजिटल सामग्री को अपने स्मार्टफोन पर
डाउनलोड कर सकेंगे।