उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परिक्षा का संशोधित आंसर की आज दोपहर बाद जारी होने वाली है। आंसर की उम्मीदवार बेसिक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर देख सकेंगे। संशोधित उत्तरमाला आने पर ही पता चलेगा कि किन सवालों के जवाबों में बदलाव हुआ है।
तो चलिए देखतें है आखिर किन सवालों पर हुईं हैं आपत्तियां
1.समावेशी कक्षा में किस प्रकार के छात्र-छात्राएं शामिल होते हैं? इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने केवल विशिष्ट छात्र दिया है जबकि प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि इसका उत्तर सामान्य और विशिष्ट छात्र होगा।
2. निम्न में से कौन सा संवेग का तत्व नहीं है? इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने संवेदी माना है जबकि प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि उत्तर संवेदी नहीं बल्कि दैहिक होगा।
3. निम्न में से कौन सा शिक्षण का सूत्र नहीं है? आयोग ने इसका उत्तर निगमन से आगमन की ओर माना है जबकि प्रतियोगियों का कहना है कि सही उत्तर दृश्य से अदृश्य की ओर होगा।
4.क्रिया-प्रसूत अनुबंधन का दूसरा नाम है? प्रश्न का उत्तर आयोग ने नैमित्तिक अनुबंधन दिया है जबकि प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि इस प्रश्न के दो उत्तर विकल्प सही हैं। नैमित्तिक अनुबंधन के साथ ही प्राचीन अनुबंधन भी इसका सही उत्तर है।
5. सीखने के वक्र अभ्यास द्वारा सीखने की मात्रा, गति और प्रगति की सीमा को ग्राफ पर प्रदर्शित करते हैं। यह किसने कहा है ? इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने एबिंगहास दिया है जबकि प्रतियोगी छात्र साक्ष्य सहित इसे गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि सही उत्तर गेट्स एवं अन्य होगा, लेकिन उत्तर में यह विकल्प में नहीं है। इस प्रकार प्रतियोगी इस प्रश्न को ही गलत बता रहे हैं।
6. मेरी भव बाधा हरौ, राधा नागरि सोय। जातन की झांईं परै, स्याम हरित दुति होय। उपयुक्त दोहे में कौन सा अलंकार है?इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने श्लेष अलंकार दिया है जबकि प्रतियोगियों की मानें तो अन्योत्ति और रूपक अलंकार भी इसका सही उत्तर है।
7. इसी तरह कौन स्वर ह्रस्व नहीं होता है? प्रश्न का आयोग ने सही उत्तर बता रहा है जबकि प्रतियोगियों का दावा है कि ओ के साथ ही ऊ विकल्प भी इसका सही है।
8. निम्न में से पुलिंग शब्द का चयन कीजिए? प्रश्न के भी दो उत्तर विकल्पों को प्रतियोगी सही बता रहे हैं। इनका कहना है कि चार विकल्पों में दिया गया पखावज और पहिया दोनों ही पुलिंग है जबकि आयोग ने इसमें से सिर्फ एक विकल्प को ही सही उत्तर माना है।
तो चलिए देखतें है आखिर किन सवालों पर हुईं हैं आपत्तियां
1.समावेशी कक्षा में किस प्रकार के छात्र-छात्राएं शामिल होते हैं? इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने केवल विशिष्ट छात्र दिया है जबकि प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि इसका उत्तर सामान्य और विशिष्ट छात्र होगा।
2. निम्न में से कौन सा संवेग का तत्व नहीं है? इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने संवेदी माना है जबकि प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि उत्तर संवेदी नहीं बल्कि दैहिक होगा।
3. निम्न में से कौन सा शिक्षण का सूत्र नहीं है? आयोग ने इसका उत्तर निगमन से आगमन की ओर माना है जबकि प्रतियोगियों का कहना है कि सही उत्तर दृश्य से अदृश्य की ओर होगा।
4.क्रिया-प्रसूत अनुबंधन का दूसरा नाम है? प्रश्न का उत्तर आयोग ने नैमित्तिक अनुबंधन दिया है जबकि प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि इस प्रश्न के दो उत्तर विकल्प सही हैं। नैमित्तिक अनुबंधन के साथ ही प्राचीन अनुबंधन भी इसका सही उत्तर है।
5. सीखने के वक्र अभ्यास द्वारा सीखने की मात्रा, गति और प्रगति की सीमा को ग्राफ पर प्रदर्शित करते हैं। यह किसने कहा है ? इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने एबिंगहास दिया है जबकि प्रतियोगी छात्र साक्ष्य सहित इसे गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि सही उत्तर गेट्स एवं अन्य होगा, लेकिन उत्तर में यह विकल्प में नहीं है। इस प्रकार प्रतियोगी इस प्रश्न को ही गलत बता रहे हैं।
6. मेरी भव बाधा हरौ, राधा नागरि सोय। जातन की झांईं परै, स्याम हरित दुति होय। उपयुक्त दोहे में कौन सा अलंकार है?इस प्रश्न का उत्तर आयोग ने श्लेष अलंकार दिया है जबकि प्रतियोगियों की मानें तो अन्योत्ति और रूपक अलंकार भी इसका सही उत्तर है।
7. इसी तरह कौन स्वर ह्रस्व नहीं होता है? प्रश्न का आयोग ने सही उत्तर बता रहा है जबकि प्रतियोगियों का दावा है कि ओ के साथ ही ऊ विकल्प भी इसका सही है।
8. निम्न में से पुलिंग शब्द का चयन कीजिए? प्रश्न के भी दो उत्तर विकल्पों को प्रतियोगी सही बता रहे हैं। इनका कहना है कि चार विकल्पों में दिया गया पखावज और पहिया दोनों ही पुलिंग है जबकि आयोग ने इसमें से सिर्फ एक विकल्प को ही सही उत्तर माना है।