प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में नवनियुक्त
शिक्षकों का जल्द वेतन भुगतान कराने की कुछ बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने
युक्ति निकाली है।
वे अभिलेखों का ऑनलाइन व ऑफलाइन सत्यापन कराने के साथ ही शिक्षकों से एक सौ रुपये के स्टांप पेपर पर हलफनामा लेकर वेतन भुगतान के निर्देश दे रहे हैं। इस प्रक्रिया का सभी जिलों में अमल होते ही शिक्षकों को जल्द भुगतान होने के आसार बढ़ गए हैं।
परिषदीय स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत करीब 41 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रदेश के सभी जिलों में हुई है। चयनित शिक्षकों को सितंबर माह में ही नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं। अफसरों ने उनका वेतन भुगतान कराने के लिए तीन बार सभी बीएसए को पत्र भेजा कि उनके अभिलेखों का सत्यापन जल्द कराया जाए। इसके बाद भी बीएसए ने तेजी नहीं दिखाई इसीलिए तीन माह से शिक्षकों को वेतन का इंतजार रहा है। इस मामले को ‘दैनिक जागरण’ ने प्रमुखता से उजागर किया। इसका असर यह रहा है कि अब कुछ जिलों ने शिक्षकों को जल्द वेतन दिलाने का दूसरा रास्ता निकाला है।
उन्नाव के बीएसए बीके शर्मा ने आदेश जारी किया है कि ऐसे अभ्यर्थी जिनके शैक्षिक व अन्य प्रमाणपत्रों के सत्यापन ऑनलाइन या ऑफलाइन कार्यालय में प्राप्त हो गए हैं उनसे एक सौ रुपये के स्टांप पेपर पर नोटरी से प्रमाणित हलफनामा लिया जाएगा। जिसमें यह उल्लेख होगा कि शैक्षिक व अन्य अभिलेख फर्जी या कूटरचित पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आपराधिक कार्यवाही की जाएगी और वेतन के रूप में भुगतान की धनराशि की रिकवरी राजस्व की तरह की जाएगी प्राप्त करके विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से वेतन भुगतान की कार्यवाही की जाए। आदेश में यह भी लिखा है कि वेतन आदेश हाईकोर्ट में विचाराधीन रिट याचिकाओं में पारित अंतिम निर्णय के अधीन होगा।
वे अभिलेखों का ऑनलाइन व ऑफलाइन सत्यापन कराने के साथ ही शिक्षकों से एक सौ रुपये के स्टांप पेपर पर हलफनामा लेकर वेतन भुगतान के निर्देश दे रहे हैं। इस प्रक्रिया का सभी जिलों में अमल होते ही शिक्षकों को जल्द भुगतान होने के आसार बढ़ गए हैं।
परिषदीय स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती के तहत करीब 41 हजार शिक्षकों की नियुक्ति प्रदेश के सभी जिलों में हुई है। चयनित शिक्षकों को सितंबर माह में ही नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं। अफसरों ने उनका वेतन भुगतान कराने के लिए तीन बार सभी बीएसए को पत्र भेजा कि उनके अभिलेखों का सत्यापन जल्द कराया जाए। इसके बाद भी बीएसए ने तेजी नहीं दिखाई इसीलिए तीन माह से शिक्षकों को वेतन का इंतजार रहा है। इस मामले को ‘दैनिक जागरण’ ने प्रमुखता से उजागर किया। इसका असर यह रहा है कि अब कुछ जिलों ने शिक्षकों को जल्द वेतन दिलाने का दूसरा रास्ता निकाला है।
उन्नाव के बीएसए बीके शर्मा ने आदेश जारी किया है कि ऐसे अभ्यर्थी जिनके शैक्षिक व अन्य प्रमाणपत्रों के सत्यापन ऑनलाइन या ऑफलाइन कार्यालय में प्राप्त हो गए हैं उनसे एक सौ रुपये के स्टांप पेपर पर नोटरी से प्रमाणित हलफनामा लिया जाएगा। जिसमें यह उल्लेख होगा कि शैक्षिक व अन्य अभिलेख फर्जी या कूटरचित पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आपराधिक कार्यवाही की जाएगी और वेतन के रूप में भुगतान की धनराशि की रिकवरी राजस्व की तरह की जाएगी प्राप्त करके विद्यालय में कार्यभार ग्रहण करने की तारीख से वेतन भुगतान की कार्यवाही की जाए। आदेश में यह भी लिखा है कि वेतन आदेश हाईकोर्ट में विचाराधीन रिट याचिकाओं में पारित अंतिम निर्णय के अधीन होगा।