देवरिया। परिषदीय विद्यालयों में 68,500 शिक्षक भर्ती में पुनर्मूल्यांकन के बाद सफल हुए अभ्यर्थियों में से जिले में स्वीकृत 65 पदों के लिए काउंसिलिंग करा चुके 64 अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रमाण पत्र दिए गए। अवकाश के बावजूद रविवार को ही इन्हें बुलाकर बीएसए कार्यालय पर नियुक्ति पत्र वितरित किया गया।
पुनर्मूल्यांकन के बाद प्रदेश में स्वीकृत 4596 के सापेक्ष जिले में कुल 65 पद शासन की ओर से जिले को मिले थे। इसके लिए आठ व नौ मार्च को बीआरसी सदर पर जनपदीय चयन समिति की देखरेख में काउंसिलिंग हुई। शासन की ओर से ही दो दिन में काउंसिंलिंग प्रक्रिया पूरी कर लेने का निर्देश था। जनपदीय चयन समिति ने पहले दिन ही अधिकतर अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी कर ली थी। शनिवार को भी तीन अभ्यर्थियों ने इस प्रक्रिया में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने विद्यालय का विकल्प लॉक किया। अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि उन्हें शनिवार को ही नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा। बीएसए के चिकित्सकीय अवकाश पर रहने से ऐसा नहीं हो पाया तो नाराज अभ्यर्थियों ने शनिवार की शाम को डीएम कैंप कार्यालय पर कुछ देर के लिए धरना भी दिया। उनका कहना था कि आचार संहिता लग गई तो उनकी नियुक्ति प्रक्रिया लटक जाएगी। इसके बाद डीएम ने जीआईसी के प्रधानाचार्य पीके शर्मा को प्रभारी बीएसए बना दिया। इसके बाद प्रभारी बीएसए के अगले दिन आने आश्वासन पर अभ्यर्थी वापस घर गए। प्रभारी बीएसए ने नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर किए। रविवार को कुल 64 अभ्यर्थियों को बीएसए कार्यालय में नियुक्ति पत्र शाम तक दे दिए गए। बीएसए पीके शर्मा ने बताया कि एक अभ्यर्थी को छोड़कर 64 को नियुक्ति पत्र दे दिए गए। वे अपना मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाकर संबंधित विद्यालय सोमवार तक अवश्य ज्वाइन कर लें।
पुनर्मूल्यांकन के बाद प्रदेश में स्वीकृत 4596 के सापेक्ष जिले में कुल 65 पद शासन की ओर से जिले को मिले थे। इसके लिए आठ व नौ मार्च को बीआरसी सदर पर जनपदीय चयन समिति की देखरेख में काउंसिलिंग हुई। शासन की ओर से ही दो दिन में काउंसिंलिंग प्रक्रिया पूरी कर लेने का निर्देश था। जनपदीय चयन समिति ने पहले दिन ही अधिकतर अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग प्रक्रिया पूरी कर ली थी। शनिवार को भी तीन अभ्यर्थियों ने इस प्रक्रिया में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने विद्यालय का विकल्प लॉक किया। अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि उन्हें शनिवार को ही नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा। बीएसए के चिकित्सकीय अवकाश पर रहने से ऐसा नहीं हो पाया तो नाराज अभ्यर्थियों ने शनिवार की शाम को डीएम कैंप कार्यालय पर कुछ देर के लिए धरना भी दिया। उनका कहना था कि आचार संहिता लग गई तो उनकी नियुक्ति प्रक्रिया लटक जाएगी। इसके बाद डीएम ने जीआईसी के प्रधानाचार्य पीके शर्मा को प्रभारी बीएसए बना दिया। इसके बाद प्रभारी बीएसए के अगले दिन आने आश्वासन पर अभ्यर्थी वापस घर गए। प्रभारी बीएसए ने नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर किए। रविवार को कुल 64 अभ्यर्थियों को बीएसए कार्यालय में नियुक्ति पत्र शाम तक दे दिए गए। बीएसए पीके शर्मा ने बताया कि एक अभ्यर्थी को छोड़कर 64 को नियुक्ति पत्र दे दिए गए। वे अपना मेडिकल प्रमाण पत्र बनवाकर संबंधित विद्यालय सोमवार तक अवश्य ज्वाइन कर लें।