पूरे प्रदेश केसभी शिक्षामित्रों को मेरे तरफ से नमस्कार l
साथियों जैसा कि हमने पहले आपको सूचित किया था कि उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष श्री गाजी इमाम आला के समय में दाखिल की गई क्यूरेटिव पिटीशन की सुनवाई 15 अगस्त से पहले किसी भी दिवस में हो सकती है ।
उसी के क्रम में आज माननीय मुख्य न्यायमूर्ति श्री रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने हमारी याचिका की सुनवाई 1:35 पर चेंबर में अन्य तीन वरिष्ठ न्यायमूर्तियों सुनवाई करके समाप्त की है। साथियों पूरी ईमानदारी और निष्ठा से मैं आपको यह बात बता रहा हूं कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर यह पोस्ट लिखे जाने तक अभी पेंडिंग का स्टेटस दिखाई दे रहा है फिर भी जब तक ऑर्डर अपलोड नहीं हो जाता है तब तक मैं कुछ सकारात्मक या नकारात्मक लिखने और बताने में असमर्थ हूं। आप लोगों के लगातार फोन आ रहे हैं। मैं उनको रिसीव कर रहा हूं और सभी लोगों से सुबह या कल शाम तक बात करने का अनुरोध कर रहा हूं। 25 जुलाई 2017 से लगातार बिना थके हुए काम करते हुए मुझे आत्म संतोष हुआ है कि मैंने अपना कर्म गुरुयो के हित के लिए कर दिया है। अब आप के भाग्य का फैसला न्यायालय में बैठे हुए न्यायमूर्ति के रूप में बैठे हुए सर्वोच्च न्यायालय के महानतम जज लोगों के मन मस्तिष्क और शक्ति में है। वे चाहे तो कुछ भी कर सकते है । विगत 3 वर्षों में आप लोगों के प्यार भरे, तंग भरे और अपशब्द भरे शब्दों को मैंने सुना है लेकिन उन सब पर ध्यान ना देकर आपका लगातार काम किया और काम करते समय आप लोगों को सही जानकारी हो इसके लिए सोसल मीडिया पर लिखता रहा जिसको कुछ लोगों ने नहीं पसंद किया क्योंकि उनकी नेतागिरी खत्म हो गई थी ।मुझे ना तो नेता बनना है ना तो एमएलसी का चुनाव लड़ना है । लेकिन एक अध्यापक का पुत्र होने के नाते अध्यापकों को दुख सुख को बहुत करीब से जानने के नाते मेरे परिवार के रिश्तेदार के और सगे संबंधियों के अधिक संख्या में शिक्षामित्र होने के कारण आपकी केस से एक व्यक्तिगत लगाव हो गया था ।यह लगाव श्री गाजी इमाम आला के आत्मविश्वास और संघर्ष शील आचरण और शिवकुमार शुक्ला के दिशा निर्देश और रमेश मिश्रा के अपनत्व के कारण और बढ़ गया था । बहुत से साथी हैं जो हमें बड़े सम्मान से देखते हैं वह सम्मान करने वाले में नरेश सहारन पुर से हैं । सम्मान देने वाले में पुनित चौधरी श्याम लाल यादव और श्री राम द्विवेदी भी है बागी बलिया से राजेश साहनी जी है । विनोद वर्मा जी बहुत स्नेह मिला है । जिला अध्यक्षों में संदीप यादव जौनपुर से हमारे लिए अपने संगठन के मंत्री से लड़ जाता है। मैंने कभी क्षेत्रवाद जातिवाद नहीं किया ।मैं आपके हित के लिए काम करता रहा । गोरखपुर से बेचन सिंह ने आपको संदेश पहुचने में बहुत मदत किया है ।आजमगढ़ के लोग बहुत बहादुर है परंतु वे मुझसे सदैव दूर ही रहे है । आपके हित के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सलाह लेकर आपको बताता रहा ।अब इतने लंबे समय तक आपके काम करने में यदि मेरे तरफ से कोई गलती हो गई हो तो आप उसे क्षमा कर देना ।कल माननीय सर्वोच्च न्यायालय के वेबसाइट पर जब भी आर्डर अपलोड होगा। मैं आप लोगों को उसको पूरी सत्य निष्ठा और ईमानदारी से आपको बता दूंगा ।आप लोग किसी प्रकार के गलतफहमी में ना रहे ।जो सही जानकारी है वह आपको उचित माध्यम से दे दी जाएगी । आप लोगों के स्नेह प्यार का मैं आभारी रहूंगा और यह प्रार्थना करूंगा कि 172000 शिक्षामित्रों के परिवार के लिए 15 अगस्त से पहले सुखमय समाचार मिले।
गौरव यादव
साथियों जैसा कि हमने पहले आपको सूचित किया था कि उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के अध्यक्ष श्री गाजी इमाम आला के समय में दाखिल की गई क्यूरेटिव पिटीशन की सुनवाई 15 अगस्त से पहले किसी भी दिवस में हो सकती है ।
उसी के क्रम में आज माननीय मुख्य न्यायमूर्ति श्री रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने हमारी याचिका की सुनवाई 1:35 पर चेंबर में अन्य तीन वरिष्ठ न्यायमूर्तियों सुनवाई करके समाप्त की है। साथियों पूरी ईमानदारी और निष्ठा से मैं आपको यह बात बता रहा हूं कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय की वेबसाइट पर यह पोस्ट लिखे जाने तक अभी पेंडिंग का स्टेटस दिखाई दे रहा है फिर भी जब तक ऑर्डर अपलोड नहीं हो जाता है तब तक मैं कुछ सकारात्मक या नकारात्मक लिखने और बताने में असमर्थ हूं। आप लोगों के लगातार फोन आ रहे हैं। मैं उनको रिसीव कर रहा हूं और सभी लोगों से सुबह या कल शाम तक बात करने का अनुरोध कर रहा हूं। 25 जुलाई 2017 से लगातार बिना थके हुए काम करते हुए मुझे आत्म संतोष हुआ है कि मैंने अपना कर्म गुरुयो के हित के लिए कर दिया है। अब आप के भाग्य का फैसला न्यायालय में बैठे हुए न्यायमूर्ति के रूप में बैठे हुए सर्वोच्च न्यायालय के महानतम जज लोगों के मन मस्तिष्क और शक्ति में है। वे चाहे तो कुछ भी कर सकते है । विगत 3 वर्षों में आप लोगों के प्यार भरे, तंग भरे और अपशब्द भरे शब्दों को मैंने सुना है लेकिन उन सब पर ध्यान ना देकर आपका लगातार काम किया और काम करते समय आप लोगों को सही जानकारी हो इसके लिए सोसल मीडिया पर लिखता रहा जिसको कुछ लोगों ने नहीं पसंद किया क्योंकि उनकी नेतागिरी खत्म हो गई थी ।मुझे ना तो नेता बनना है ना तो एमएलसी का चुनाव लड़ना है । लेकिन एक अध्यापक का पुत्र होने के नाते अध्यापकों को दुख सुख को बहुत करीब से जानने के नाते मेरे परिवार के रिश्तेदार के और सगे संबंधियों के अधिक संख्या में शिक्षामित्र होने के कारण आपकी केस से एक व्यक्तिगत लगाव हो गया था ।यह लगाव श्री गाजी इमाम आला के आत्मविश्वास और संघर्ष शील आचरण और शिवकुमार शुक्ला के दिशा निर्देश और रमेश मिश्रा के अपनत्व के कारण और बढ़ गया था । बहुत से साथी हैं जो हमें बड़े सम्मान से देखते हैं वह सम्मान करने वाले में नरेश सहारन पुर से हैं । सम्मान देने वाले में पुनित चौधरी श्याम लाल यादव और श्री राम द्विवेदी भी है बागी बलिया से राजेश साहनी जी है । विनोद वर्मा जी बहुत स्नेह मिला है । जिला अध्यक्षों में संदीप यादव जौनपुर से हमारे लिए अपने संगठन के मंत्री से लड़ जाता है। मैंने कभी क्षेत्रवाद जातिवाद नहीं किया ।मैं आपके हित के लिए काम करता रहा । गोरखपुर से बेचन सिंह ने आपको संदेश पहुचने में बहुत मदत किया है ।आजमगढ़ के लोग बहुत बहादुर है परंतु वे मुझसे सदैव दूर ही रहे है । आपके हित के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सलाह लेकर आपको बताता रहा ।अब इतने लंबे समय तक आपके काम करने में यदि मेरे तरफ से कोई गलती हो गई हो तो आप उसे क्षमा कर देना ।कल माननीय सर्वोच्च न्यायालय के वेबसाइट पर जब भी आर्डर अपलोड होगा। मैं आप लोगों को उसको पूरी सत्य निष्ठा और ईमानदारी से आपको बता दूंगा ।आप लोग किसी प्रकार के गलतफहमी में ना रहे ।जो सही जानकारी है वह आपको उचित माध्यम से दे दी जाएगी । आप लोगों के स्नेह प्यार का मैं आभारी रहूंगा और यह प्रार्थना करूंगा कि 172000 शिक्षामित्रों के परिवार के लिए 15 अगस्त से पहले सुखमय समाचार मिले।
गौरव यादव