विधान परिषद सदस्य आनंद भदौरिया ने शिक्षकों पर की निराशाजनक टिप्पणी, कहा:- शिक्षकों पर रोज 76 करोड़ 14 लाख ₹55000 हो रहे खर्च, और पढ़ाई पर लगाया प्रश्न चिन्ह
सोचनीय विषय
👉1,20,00000 से अधिक छात्रों को घर से स्कूल तक लाकर पढ़ाई कराना उन्हें लगता है मजाक
👉200000 का मासिक वेतन के साथ लाखों रुपए के भत्ते उन्हें लगते हैं कम , जिस पर किसी प्रकार का आयकर साथ में एक दिन सदस्य बनने पर पेंशन लगता है उनको कम
सोचनीय विषय
👉1,20,00000 से अधिक छात्रों को घर से स्कूल तक लाकर पढ़ाई कराना उन्हें लगता है मजाक
👉200000 का मासिक वेतन के साथ लाखों रुपए के भत्ते उन्हें लगते हैं कम , जिस पर किसी प्रकार का आयकर साथ में एक दिन सदस्य बनने पर पेंशन लगता है उनको कम
फिर दी यह सफाई👇