प्रदेश की आंगनबाड़यों को प्ले ग्रुप की तर्ज पर सजाया जाएगा। यहां वे सारे सामान मौजूद रहेंगे जो बच्चों को आकर्षित करेंगे। यहां प्ले स्कूल की तरह रंगबिरंगे ब्लॉक, फ्लैश कार्ड, चार्ट, प्लास्टिक के अक्षर आदि मौजूद रहेंगे।
प्रदेश के 1.45 लाख प्री स्कूल किट खरीदी जा रही है।
हर किट में प्लास्टिक ब्लॉक, पहेलियों (पजल)के चार सेट, स्लेट, रंगीन चॉक, अक्षरों के चार्ट, 15 क्रेयान रंगों के 5 सेट, दो कैंचियां, गोंद, प्लास्टिक के अक्षर समेत अन्य कई चीजें इसका हिस्सा होंगी। इसे रखने के लिए एक बक्सा भी इस किट का हिस्सा होगा। इसके पीछे मकसद यह है कि छोटे
बच्चे यहां बैठने के लिए प्रेरित हों और उनकी दिलचस्पी पढ़ने में बढ़े। खेल खेल में पढ़ाई का खाका भी खींचा जा रहा है।
प्रदेश की आंगनबाड़यों में नए सत्र से प्री प्राइमरी की पढ़ाई शुरू होनी है । इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षित करने के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया है । फरवरी तक सभी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षित किया जाना है। वहीं यहां का पाठ्यक्रम भी एससीईआरटी ने तय कर दिया है जिसे छपने भेजा गया है । आंगनबाड़ी को 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को प्री प्राइमरी की पढ़ाई के लिए तैयार किया जा रहा है।