लखनऊ: संयुक्त प्रवेश-परीक्षा बीएड की पूल काउंसलिंग के सीट आवंटन का परिणाम घोषित कर दिया गया। पूल काउंसिलिंग के लिए कुल 9,960 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया था। जबकि 9,880 अभ्यर्थियों ने अपने विकल्प प्रस्तुत किये। इनमें से 9,341 अभ्यर्थियों को महाविद्यालयों में सीटें आवंटित की गईं। इनमें सामान्य श्रेणी की 9312 व आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग के 29 अभ्यर्थी हैं।
लविवि की प्रो. अमिता बाजपेयी बताया कि 24 दिसंबर से महाविद्यालय स्तर से सीधे प्रवेश की प्रक्रिया शुरू होगी। इस अंतिम चरण में महाविद्यालय स्तर पर केवल पोर्टल के जरिये ही काउंसिलिंग की जा रही है। इसमें केवल वैध स्टेट-रैंक धारक अभ्यर्थी ही शामिल हो सकते हैं। इस काउंसलिंग में केवल वही अभ्यर्थी प्रतिभाग कर सकते हैं, जिन्होंने मुख्य काउंसिलिंग में प्रतिभाग नहीं किया है अथवा मुख्य काउंसिलिंग या पूल काउंसिलिंग में प्रतिभाग किया था, किन्तु उन्हें कोई सीट आवंटित नहीं हो सकी। अभ्यर्थी को 750 रुपये का नॉन रिफंडेबल केवल ऑनलाइन मोड (नेट बैंकिंग, डेबिट कार्ड अथवा क्रेडिट कार्ड के माध्यम से) का काउंसिलिंग शुल्क जमा करना होगा। महाविद्यालय लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अभ्यर्थी के विवरण को सत्यापित करेगा और नियमों के अनुसार अभ्यर्थी को सीधे प्रवेश देगा। शुल्क महाविद्यालय स्तर पर जमा किया जाएगा।
लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय में विषयों की प्रवेश परीक्षा के बाद दूसरा सीट आवंटन का परिणाम उम्मीदवार विद्यार्थियों की लॉगइन पर उपलब्ध है। जिन्हें सीटें आवंटित की गई हैं, वे अपनी फीस अनलॉक पोर्टल के जरिये जमा कर सकते हैं। सीटों को योग्यता, पसंद और उपलब्धता के आधार पर आवंटन किया गया है।
इन विषयों में सीटें आवंटित: स्नातक - पुस्तकालय विज्ञान, एलएलबी, एलएलएम, एमए-अर्थशास्त्र, शिक्षाशास्त्र, अंग्रेजी, भूगोल, हंिदूी, पत्रकारिता और जनसंचार, मध्यकालीन और आधुनिक भारतीय इतिहास, पश्चिमी इतिहास, समग्र इतिहास, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, लोक प्रशासन, सार्वजनिक नीति और शासन, समाजशास्त्र, सार्वजनिक स्वास्थ्य में मास्टर (सामुदायिक चिकित्सा), सामाजिक कार्य में परास्नातक, व्यावहारिक अर्थशास्त्र, व्यापार, एमएससी - अनुप्रयुक्त भूविज्ञान, जीव रसायन, बायोटेक, वनस्पति विज्ञान, कीटाणु-विज्ञान, पादप विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, खाद्य प्रसंस्करण और खाद्य प्रौद्योगिकी, रसायन विज्ञान, फार्मास्युटिकल रसायन शास्त्र, कंप्यूटर विज्ञान, भूगर्भशास्त्र, भौतिक विज्ञान, नवीकरणीय ऊर्जा, प्राणि विज्ञान। एमए/एमएससी फॉरेंसिक साइंस, एमवीए एप्लाइड आर्ट, पेंटिंग, मूर्तिकला।
कानपुर विवि के चार जिलों के कॉलेज अब लविवि से संबद्ध
लखनऊ : छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर से जुड़े चार जिलों की संबद्धता अब लविवि से हो गई है। ये जिले रायबरेली, हरदोई, लखीमपुर और सीतापुर हैं। इन जिलों के नए और बीएड कॉलेजों को खोले जाने व महाविद्यालयों में विषयों की संबद्धता को लेकर ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए गए हैं। आवेदन 31 दिसंबर तक किए जा सकते हैं। अब लविवि के कॉलेजों की संख्या 160 से बढ़कर 650 हो गई। 17 नवंबर को इस आशय का आदेश उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दिया गया था। इसलिए आगामी शिक्षा सत्र में अनापत्ति एवं संबद्धता के प्रस्तावों के लिए ऑनलाइन निस्तारण किया जाएगा। इसकी एनओसी के लिए वेबसाइट ँ33स्र2://ँील्लङ्घ.4स्र2ङ्घि.¬5.्रल्ल पर आवेदन करने होंगे। लविवि के उप कुलसचिव वीपी कौशल ने बताया कि सभी जिलों के कॉलेजों को निर्देशित किया है कि वे 31 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर उसका प्रिंट आउट विश्वविद्यालय को उपलब्ध करवा दें।