शिक्षिका के विरुद्ध बीएसए ने दर्ज कराई एफआइआर, किया निलंबित, यह था शिक्षिका पर आरोप

 अमेठी : संग्रामपुर के गडेरी गांव स्थिति प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के साथ ग्राम प्रधान ने शिक्षिका पर सामाजिक भेदभाव का आरोप लगाया था।



प्रधान विनय कुमार और अभिभावकों का आरोप है कि ग्राम पंचायत गडेरी के प्राथमिक विद्यालय बनपुरवा में तैनात शिक्षिका कुसुम सोनी द्वारा विद्यालय में पढ़ने वाले अनसूचित जाति बच्चों के साथ एमडीएम परोसने में बच्चों की अलग पंक्ति बनाने व उनके द्वारा सामाजिक भेदभाव किया जाता है। मारपीट किए जाने का आरोप अभिभावकों ने लगाया है। अभिभावकों का यह भी आरोप है कि समय से वह विद्यालय नहीं आती हैं। बच्चों को काफी देर तक गेट पर इंतजार करना पड़ता है। बीएसए डा. अर¨वद कुमार पाठक, बीडीओ और खंड शिक्षा अधिकारी ने गांव जाकर निरीक्षण किया। बीएसए ने बताया कि अभिभावकों द्वारा जांच के समय दिए गए बयान में अवगत कराया गया है कि प्रधानाध्यापिका प्राथमिक विद्यालय बनपुरवा में एमडीएम वितरण के समय बच्चों को जातिगत आधार पर अलग-अलग बैठाकर भेदभाव करती हैं। विद्यालय विलंब से पहुंचती हैं। शिक्षण कार्य कराने में रुचि नहीं लेती हैं। बैठकर मोबाइल चलाती हैं। प्रधानाध्यापिका कुसुम सोनी का भी पक्ष सुना गया। प्रथम दृष्ट्या शिक्षिका दोषी पाई गई। जिससे यह स्पष्ट है कि विद्यालय में कार्यरत प्रधानाध्यापिका द्वारा उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक आचरण नियमावली 1956 एवं उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली 1999 में विभिन्न प्रावधानों का पालन नहीं किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय बनपुरवा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उनके निलंबन अवधि में उक्त शिक्षिका ब्लाक संसाधन केंद्र विकास खंड अमेठी में अपनी उपस्थिति देंगी। बीएसए ने बताया शिक्षिका के विरुद्ध एफआईआर भी दर्ज कराई जा रही है।

विभाग की ओर से प्रधानाध्यापिका के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने का पत्र मिला है। जिसे दर्ज किया जा रहा है। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
अंगद सिंह, प्रभारी निरीक्षक संग्रामपुर