लखनऊ: उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) राज्य में प्रारंभिक स्तर के शिक्षकों की भर्ती के लिए 23 जनवरी 2022 को आयोजित होने वाली है। पहले यह परीक्षा 28 नवंबर, 2021 को होनी थी, लेकिन प्रश्नपत्र लीक होने के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। अब, परीक्षा नजदीक आने के साथ, उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकरण परीक्षा केंद्रों का निर्धारण करेगा।
ओमीक्रोन बढ़ा रहा अनिश्चितता: इस बीच एक बार फिर परीक्षा टलने को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है कि क्या तेजी से बढ़ते ओमीक्रोन वायरस के मामलों का परीक्षा पर असर पड़ सकता है। तीसरी लहर आने की संभावना काफी बढ़ गई है। जिसके बाद अब उम्मीदवारों को डर लग रहा है कि कहीं 23 जनवरी को प्रस्तावित UPTET 2021 परीक्षा एक बार फिर स्थगित ना हो जाए।
बता दें कि यूपी सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रदेश के 10वीं तक सरकारी व प्राइवेट स्कूलों को 14 जनवरी तक बंद रखने का आदेश है। सरकार ने रात 10:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया है। ऐसे में 20 दिन बाद 21 लाख छात्रों की परीक्षा एक चुनौती है जबकि मामले बढ़ने की दर भी बढ़ती जा रही है।
इस साल की परीक्षा के लिए पहले बनाए गए केंद्रों की समीक्षा की जानी थी, लेकिन केंद्रों की सूची में उनमें से कई अपरिवर्तित हैं और यूपी प्राधिकरण ने सूची में कई बदलाव नहीं किए हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, यूपी परीक्षा नियामक प्राधिकरण के सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने कहा, 'जिलों ने परीक्षा केंद्रों की सूची भेज दी है और इसे अंतिम निर्णय के लिए एनआईसी लखनऊ को भेजा जाएगा। साथ ही, परीक्षा केंद्रों के निर्धारण के बाद तैयारी की जाएगी। 12 जनवरी, 2022 को प्रवेश पत्र जारी करने के लिए किया जाए।'
पेपर लीक के बाद सरकार का सुझाव: इससे पहले सरकार ने सुझाव दिया था कि अथॉरिटी को यूनिवर्सिटी, कॉलेज के साथ-साथ सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाए, ताकि मॉनिटरिंग को आसान बनाया जा सके। UPTET प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए लगभग 13.52 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है जबकि 8.93 लाख आवेदकों ने उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए नामांकन किया है।