दूसरे के दस्तावेजों पर नौकरी हथियाने वाली फर्जी परिषदीय शिक्षिका गिरफ्तार, ऐसे हुआ खुलासा

 गोरखपुर, कूटरचित दस्तावेज तैयार करके दूसरे के नाम पर प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षक की नौकरी करने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया। वाराणसी जिले की रहने वाली आरोपित के विरुद्ध 22 माह पहले बीइओ (खंड शिक्षा अधिकारी) ने कैंपियरगंज थाने में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया था।






यह है मामला
एसपी नार्थ मनोज अवस्थी ने बताया कि तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी जंगल कौड़िया रामआसरे ने 20 जनवरी 2022 को कैंपियरगंज थाने में वाराणसी जिले के महमूरगंज थानाक्षेत्र स्थित रघुनाथपुर निवासी अर्चना उर्फ उषा उर्फ वंदना पांडेय के विरुद्ध कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज कराया था। अयोध्या की रहने वाली है फर्जी शिक्षिका

आरोप था कि अयोध्या जिले की रहने वाली श्रीमती वंदना पांडेय के दस्तावेज व नाम का इस्तेमाल कर उषा सहायक शिक्षक की नौकरी कर रही है। प्रार्थना पत्र में रामआसरे ने लिखा था कि जांच में आरोप की पुष्टि होने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वंदना को बर्खास्त कर दिया था। कार्रवाई के दौरान उसकी तैनाती जंगल कौड़िया ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय जलार पर थी। जांच में आरोप की पुष्टि होने के बाद पुलिस अर्चना उर्फ उषा की तलाश में छापेमारी कर रही थी। शनिवार की सुबह उसे मानीराम रेलवे क्रासिंग के पास गिरफ्तार किया गया।


फर्जी बैंक खोलकर जालसाजी करने का आरोपित गिरफ्तार
फर्जी बैंक खोलकर खाता धारको के रुपये हड़पने वाले आरोपित को पिपराइच थाना पुलिस ने सिधावल के पास गिरफ्तार किया। थानाध्यक्ष पिपराइच सूरज सिंह ने बताया कि महराजगंज जिले के पनियरा थानाक्षेत्र स्थित गेंहुअवा निवासी वाजिद अली के विरुद्ध वर्ष 2016 में कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने का मुकदमा दर्ज हुआ था।आरोप था कि पूर्वांचल जन सेवा किसान संस्थान नाम से फर्जी बैंक खोलकर उसने खाता धारकों के रुपये हड़प लिए थे।