नई दिल्लीः 69 हजार शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले को लेकर अभ्यर्थी लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार यानी 13 जनवरी को अभ्यर्थियों ने सीएम आवास का घेराव किया। आचनाक भारी संख्या में प्रदर्शनकारी को जुटते देख पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फुल गए। अभ्यर्थियों को हटाने के लिए पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। बाद में पुलिस ने अभ्यर्थियों को बसों में भरकर इको गार्डन लेकर चली गई।
बहुत दिनों से भूख हड़ताल जारी
सीएम आवास का घेराव करने पहुंचे अभ्यर्थियों ने कहा कि 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाले को सुधारते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद भी विभाग की ओर से अभ्यर्थियों की मांग नहीं सुनी जा रही है। बता दें कि 6800 अभ्यर्थि नियुक्ति की मांग को लेकर बीते 575 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अपनी नियु्क्ति के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों के पास अपनी आवाज वो लगातार उठाते रहे हैं। हालांकि आज तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया है। इससे आहत होकर अभ्यर्थियों ने सीएम आवास का घेराव किया।
आरक्षण लागू करने में हुई गड़बड़ी
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरिंदर सिंह ने कहा कि 69 हजार सिक्षक भर्ती में आरक्षण लागू करने में सरकार ने अनियमितता बरती है। जिसके बाद आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी नौकरी पाने के मौके से वंचित रह गए।। इस संबंध में बार-बार आंदोलन के बाद प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया और सभी विसंगतियों से दरकिनार करते हुए पीड़ित दलीत और पीछड़े वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्त करने का आदेश दिया था। जिसके बादल बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने गलतियां सुधारने के बाद 6800 आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थि वर्ग के अभ्यर्थियों को नियुक्त करते हुए एक सूची भी जारी की थी।