प्रदेश भर के 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में 25 हजार से अधिक शिक्षकों के पद खाली हैं। हिन्दी, अंग्रेजी से लेकर गणित, सांइस समेत दूसरे विषयों के विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की भारी कमी है।
इसका असर बच्चों की पढ़ाई पर पड़ा है। यही वजह है कि एडेड स्कूलों में यूपी बोर्ड 10 वीं और 12वीं के परीक्षा परिणामों में गिरावट आयी है। यह बातें गुरुवार को आलमबाग स्थित बीएनलाल वोकेशनल इंटर कॉलेज में प्रांतीय पदाधिकारियों की बैठक में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश अध्यक्ष सोहन लाल वर्मा ने कहीं। संगठन ने चेतावनी दी है कि दो वर्ष पहले टीजीटी और पीजीटी भर्ती परीक्षा की तारीख घोषित नहीं की गई तो आयोग के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगा।शिक्षा निदेशालय ने शासन भेजा रिक्त शिक्षकों का ब्योरा उप्र.माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश अध्यक्ष सोहनलाल वर्मा ने बताया कि शिक्षा निदेशालय ने हाल में ही शासन को प्रदेश के एडेड स्कूलों में रिक्त शिक्षकों के पदों का ब्योरा भेजा है। इसके अनुसार सहायक अध्यापकों के प्रदेश में स्वीकृत 70803 पदों में से 20999 पद खाली हैं। वहीं प्रवक्ता के स्वीकृत 22220 पदों के सापेक्ष 4703 पद खाली हैं। प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापकों के 4512 पदों के सापेक्ष 2833 पद खाली हैं। संगठन सरकार से मांग करता है कि शिक्षकों की तरह प्रधानाचार्य के पदों की भर्ती लिखित परीक्षा और साक्षात्कार से हो।