उत्तर प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के लिए ऑनलाइन हाज़िरी अनिवार्य कर दी गई है।
शिक्षकों के विरोध को देखते हुए सरकार ने विद्यालय खुलने के बाद एक घंटे का समय (मार्जिन) दिया है, जिसके भीतर उपस्थिति दर्ज की जा सकेगी। इसके बाद सिस्टम स्वतः लॉक हो जाएगा।
जहाँ नेटवर्क की समस्या है, वहाँ ऑफ़लाइन उपस्थिति की व्यवस्था होगी, जिसे नेटवर्क उपलब्ध होने पर ऑनलाइन प्रणाली से सिंक किया जाएगा।
उपस्थिति दर्ज कराने की जिम्मेदारी प्रधानाध्यापक की होगी। यदि प्रधानाध्यापक असमर्थ हों, तो उनसे चार्ज लेकर किसी अन्य शिक्षक को जिम्मेदारी दी जाएगी।
किसी भी शिक्षक के विरुद्ध उपस्थिति संबंधी कार्रवाई बिना नोटिस दिए नहीं की जाएगी।
साथ ही, स्कूल शिक्षा महानिदेशक की अध्यक्षता में एक तकनीकी समिति बनाई जाएगी जो ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली के लिए आवश्यक डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करेगी।