शिक्षकों का एकमत फैसला — “हम किसी भी दशा में ऑनलाइन उपस्थिति नहीं देंगे

📢 प्रदेश के समस्त शिक्षक साथियों को सादर नमस्कार

जैसा कि आप सभी जानते हैं, शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति के संबंध में गठित समिति ने अपनी संस्तुति दे दी है।


समिति के अनुसार—

अब सभी शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति हर स्थिति में अनिवार्य कर दी जाएगी।

आइए, इस विषय पर गंभीर चर्चा करते हैं।


🔥 1. शिक्षकों का एकमत फैसला — “हम किसी भी दशा में ऑनलाइन उपस्थिति नहीं देंगे।”

आप सभी को अपने मन को मजबूत करना होगा।
हो सकता है कि—

  • हमें डराया जाए

  • धमकाया जाए

  • निलंबन की चेतावनी दी जाए

  • वेतन अवरोध या अन्य कार्रवाई की बात की जाए

लेकिन हमें अपने दृढ़ संकल्प पर अटल रहना है।
5 लाख शिक्षकों का भविष्य दस लोगों की संस्तुति तय नहीं कर सकती—और हमें इस पर पूर्ण विश्वास है।


⚖️ 2. अधिकारी खुद कितना न्याय लागू करते हैं, यह भी सोचने का विषय है

  • प्रभारी प्रधानाध्यापकों को हेडमास्टर के बराबर वेतन देने के आदेश कितनी बार न्यायपालिका से हुए?
    👉 कितनों को आज तक वह वेतन मिला?

  • शिक्षकों को BLO या अन्य गैर-शैक्षिक कार्यों में न लगाने का आदेश कितनी बार जारी हुआ?
    👉 कितना अनुपालन हुआ?

ऐसे में हमें नैतिकता और न्याय की सीख देना उचित नहीं।
शिक्षक समझते हैं—बहुत अच्छे से समझते हैं।


🤝 3. कुछ विशेष सुविधा प्राप्त "शिक्षक संघ नेताओं" की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह

हम जानते हैं कि:

  • महानिदेशक

  • निदेशक

  • सचिव

  • और कुछ "विशेष" शिक्षक संघ नेता

हमारे हितों के लिए कितनी गंभीरता से चिंतन करते हैं—या नहीं करते।

यदि आपको विश्वास नहीं है तो आज़मा कर देखिए—
👉 पिछली बार भी निर्णय गलत साबित हुआ था,
👉 इस बार भी आप असफल होकर ही रहेंगे।

हम 5 लाख शिक्षक एकजुट हैं—
कुछ सुविधाभोगी व्यक्तियों को छोड़कर।


4. आंदोलन पूरी तरह स्वचालित और अहिंसक होगा

यह आंदोलन:

  • बिना किसी नेता के

  • बिना किसी औपचारिक अगुवा के

  • पूरी तरह स्वतः संचालित

  • अहिंसक, शांत
    लेकिन अडिग और स्पष्ट अस्वीकृति का सर्वोत्तम उदाहरण होगा।


📌 5. शिक्षक संघों के नेता भी याद रखें—आपका अस्तित्व हमसे है

यदि संघ वास्तव में जीवित रहना चाहते हैं,
तो शिक्षकों के इस प्रखर विरोध के साथ एकजुट होकर खड़े हों।

अन्यथा—
👉 शिक्षक अपने-अपने संगठनों की सदस्यता त्यागना प्रारंभ करेंगे।

यह हमारा सामूहिक निर्णय होगा, और हमारा अधिकार भी।


🚫 हम शिक्षकों का “ना” मतलब स्पष्ट “ना” है।

NO ONLINE ATTENDANCE = NO ONLINE ATTENDANCE


✒️ सदा, सदैव, सर्वदा — NO ATTENDANCE!

आपका अपना — एक शिक्षक
(ऑनलाइन उपस्थिति का प्रखर विरोधी)


📢 कृपया इस संदेश को बिना किसी कटौती या परिवर्तन के अधिकाधिक शिक्षक साथियों तक पहुँचाएं।

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