शिक्षक एक, कालेज अनेक!
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : शिक्षक एक लेकिन पढ़ा रहे हैं कई कालेजों में। जी हां, कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की जांच में। जहां एक ही व्यक्ति शिक्षक के तौर पर कई कालेजों में अनुमोदित हैं। मामले का खुलासा तब हुआ जब वार्षिक परीक्षाओं की कापियां जांचने के लिए शिक्षकों की कमी की आत सामने आई। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुलपति प्रो.अशोक कुमार ने बताया कि बीते दिनों निरीक्षण के दौरान पता चला कि गृह विज्ञान की कापियों के मूल्यांकन के लिए शिक्षकों की कमी है। वहीं कालेजों में शिक्षकों की संख्या 322 है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर : शिक्षक एक लेकिन पढ़ा रहे हैं कई कालेजों में। जी हां, कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की जांच में। जहां एक ही व्यक्ति शिक्षक के तौर पर कई कालेजों में अनुमोदित हैं। मामले का खुलासा तब हुआ जब वार्षिक परीक्षाओं की कापियां जांचने के लिए शिक्षकों की कमी की आत सामने आई। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुलपति प्रो.अशोक कुमार ने बताया कि बीते दिनों निरीक्षण के दौरान पता चला कि गृह विज्ञान की कापियों के मूल्यांकन के लिए शिक्षकों की कमी है। वहीं कालेजों में शिक्षकों की संख्या 322 है।