जागरण संवाददाता, एटा : लगभग चार साल
के लंबे इंतजार और संघर्ष के बाद प्रशिक्षु शिक्षकों के नियुक्ति पत्र पाकर
सैकड़ों चेहरे गुरुवार को खिल उठे। सुबह से ही मौसम खराब था फिर भी खुशियों
की जुगत में दूर और समीपवर्ती क्षेत्रों से चयनित अभ्यर्थी संकुल भवन तथा
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की ओर दौड़ लगाते रहे। महिला अभ्यर्थी भी
कि छोटे-छोटे बच्चों को ठंड के मौसम में लटकाए नियुक्ति पत्र के लिए शाम
तक डेरा डाले रहीं
72 हजार 825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत गुरुवार को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण की तैयारियां बुधवार को ही पूरी कर ली गई थीं। संकुल भवन में एटा जिले और डायट में कासगंज के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने का स्थान नियत था। ऐसे में चयनित सूची में शामिल अभ्यर्थी मौसम की दुश्वारियों को झेलते हुए नियत स्थानों पर सुबह ही आ जमे। स्थिति यह थी कि संकुल भवन और डायट पर सुबह से ही वाहनों का काफिला जम गया। दूर क्षेत्रों के तमाम अभ्यर्थी तो एक दिन पहले शाम को ही यहां डेरा डाल चुके थे।
एटा में बीएसए एसएस यादव और डायट में प्राचार्य हरी सिंह शाक्य तथा बीएसए कासगंज दीवान सिंह नियुक्ति पत्र वितरण की निगरानी को जुटे रहे। जैसे-जैसे अभ्यर्थी पहुंचते रहे, उसी क्रम में मांगे गए अभिलेख और उनकी फाइलें अलग-अलग काउंटरों पर परीक्षण के बाद जमा होती रहीं। डायट पर सिर्फ महिला अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। जबकि एटा के संयुक्त अभ्यर्थियों को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शाम को नियुक्ति पत्र दिए गए।
इस प्रक्रिया के दौरान दोनों ही स्थानों पर हालात यह रहे कि बूंदाबांदी के कारण अभ्यर्थियों की भीड़ से कार्यालय छोटे पड़ गए। जिसे जहां स्थान मिला, उसने वहीं डेरा डाल लिया। खासकर बच्चों के साथ पहुंची महिला अभ्यर्थी औपचारिकताओं के साथ बच्चों की देखभाल में समय बिताती रहीं। जब नियुक्ति पत्र उनके हाथ लगे तो चेहरे के भाव बदलकर खुशियों में बदल गए। एटा और कासगंज में 700-700 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है।
फिर सामने आई गड़बड़ियां
वैसे तो काउंसिलिंग से ही अभ्यर्थियों के डाटा में गड़बड़ी को लेकर हंगामा मचता रहा, लेकिन जब नियुक्ति पत्र देने की स्थिति आई तो भी सूची में गड़बड़ियां उजागर हुई। कुरावली की सना हुमर की काउंसिलिंग सामान्य वर्ग में हुई, लेकिन नाम पिछड़ा वर्ग में था। जबकि आधा दर्जन ऐसे भी अभ्यर्थी सामने आए जोकि पिछड़ा वर्ग से चयनित होकर सामान्य की सूची में दर्शा दिए गए। ऐसे मामलों को लेकर प्रत्यावेदन लिए गए हैं।
स्कूलों में बढ़ेगी रौनक
शिक्षकों की कमी की समस्या फिलहाल नियुक्ति पत्र जारी होने के बाद कम होगी। एक जिले में 700 शिक्षकों की पूर्ति से एकल विद्यालयों में शिक्षक बढ़ जाएंगे। वहीं तमाम स्कूलों में बच्चों की संख्या के अनुरूप भी शिक्षकों की पूर्ति हो सकेगी। एकल विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक नियुक्ति को लेकर सुकून महसूस पहले से ही करते नजर आए।
72 हजार 825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के अंतर्गत गुरुवार को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण की तैयारियां बुधवार को ही पूरी कर ली गई थीं। संकुल भवन में एटा जिले और डायट में कासगंज के चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने का स्थान नियत था। ऐसे में चयनित सूची में शामिल अभ्यर्थी मौसम की दुश्वारियों को झेलते हुए नियत स्थानों पर सुबह ही आ जमे। स्थिति यह थी कि संकुल भवन और डायट पर सुबह से ही वाहनों का काफिला जम गया। दूर क्षेत्रों के तमाम अभ्यर्थी तो एक दिन पहले शाम को ही यहां डेरा डाल चुके थे।
एटा में बीएसए एसएस यादव और डायट में प्राचार्य हरी सिंह शाक्य तथा बीएसए कासगंज दीवान सिंह नियुक्ति पत्र वितरण की निगरानी को जुटे रहे। जैसे-जैसे अभ्यर्थी पहुंचते रहे, उसी क्रम में मांगे गए अभिलेख और उनकी फाइलें अलग-अलग काउंटरों पर परीक्षण के बाद जमा होती रहीं। डायट पर सिर्फ महिला अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। जबकि एटा के संयुक्त अभ्यर्थियों को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद शाम को नियुक्ति पत्र दिए गए।
इस प्रक्रिया के दौरान दोनों ही स्थानों पर हालात यह रहे कि बूंदाबांदी के कारण अभ्यर्थियों की भीड़ से कार्यालय छोटे पड़ गए। जिसे जहां स्थान मिला, उसने वहीं डेरा डाल लिया। खासकर बच्चों के साथ पहुंची महिला अभ्यर्थी औपचारिकताओं के साथ बच्चों की देखभाल में समय बिताती रहीं। जब नियुक्ति पत्र उनके हाथ लगे तो चेहरे के भाव बदलकर खुशियों में बदल गए। एटा और कासगंज में 700-700 प्रशिक्षु शिक्षकों की नियुक्ति की जानी है।
फिर सामने आई गड़बड़ियां
वैसे तो काउंसिलिंग से ही अभ्यर्थियों के डाटा में गड़बड़ी को लेकर हंगामा मचता रहा, लेकिन जब नियुक्ति पत्र देने की स्थिति आई तो भी सूची में गड़बड़ियां उजागर हुई। कुरावली की सना हुमर की काउंसिलिंग सामान्य वर्ग में हुई, लेकिन नाम पिछड़ा वर्ग में था। जबकि आधा दर्जन ऐसे भी अभ्यर्थी सामने आए जोकि पिछड़ा वर्ग से चयनित होकर सामान्य की सूची में दर्शा दिए गए। ऐसे मामलों को लेकर प्रत्यावेदन लिए गए हैं।
स्कूलों में बढ़ेगी रौनक
शिक्षकों की कमी की समस्या फिलहाल नियुक्ति पत्र जारी होने के बाद कम होगी। एक जिले में 700 शिक्षकों की पूर्ति से एकल विद्यालयों में शिक्षक बढ़ जाएंगे। वहीं तमाम स्कूलों में बच्चों की संख्या के अनुरूप भी शिक्षकों की पूर्ति हो सकेगी। एकल विद्यालय में तैनात प्रधानाध्यापक नियुक्ति को लेकर सुकून महसूस पहले से ही करते नजर आए।
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