जागरण संवाददाता, मुरादाबाद : उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने अक्टूबर में होने वाले एमएलसी स्नातक चुनाव में अपना प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है।
बेसिक शिक्षक स्नातक का चुनाव नहीं लड़ सकते लेकिन जो बेसिक शिक्षकों की मांगे विधानपरिषद में उठाएगा ऐसे प्रत्याशी को ही सहमति बनाकर उतारा जाएगा। दांग स्कूलों में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर शनिवार को आयोजित बैठक में वह मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि बरेली-मुरादाबाद परिक्षेत्र में करीब 60 हजार शिक्षक हैं और इनके परिवार में भी स्नातक हैं। जिससे एमएलसी स्नातक के मतदान में बेसिक शिक्षकों का अहम रोल रहता है लेकिन जीतने के बाद उनकी समस्याएं नहीं उठाई जातीं। बेसिक शिक्षा की गिरती गुणवत्ता पर बोले कि बेसिक शिक्षा आयोग का गठन होना चाहिए और 20 साल की नीति बने, इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। बेसिक शिक्षकों को बीएलओ बनाने पर वह अधिकारियों पर बरसे। बोले, आरटीई से लेकर न्यायालयों ने शिक्षकों को बीएलओ की ड्यूटी से मुक्त रखने का आदेश है लेकिन मनमानी करके इनकी ड्यूटी बीएलओ में लगा दी जाती है। बीएलओ की ड्यूटी हटेगी तभी पठन पाठन में सुधार हो पाएगा। इस दौरान मंडल भर से शिक्षक व प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी पहुंचे और उन्होंने अपनी समस्याएं रखीं। सभी बीएलओ ड्यूटी का विरोध किया। उन्होंने उच्च स्तर पर बात करके समाधान का आश्वासन दिया। मंडल मंत्री यशपाल सिंह, मुरादाबाद जिलाध्यक्ष सर्वेश शर्मा, महामंत्री महेंद्र सिंह, रामपुर के जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल, सम्भल के मंगल सिंह समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।
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बेसिक शिक्षक स्नातक का चुनाव नहीं लड़ सकते लेकिन जो बेसिक शिक्षकों की मांगे विधानपरिषद में उठाएगा ऐसे प्रत्याशी को ही सहमति बनाकर उतारा जाएगा। दांग स्कूलों में शिक्षकों की समस्याओं को लेकर शनिवार को आयोजित बैठक में वह मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि बरेली-मुरादाबाद परिक्षेत्र में करीब 60 हजार शिक्षक हैं और इनके परिवार में भी स्नातक हैं। जिससे एमएलसी स्नातक के मतदान में बेसिक शिक्षकों का अहम रोल रहता है लेकिन जीतने के बाद उनकी समस्याएं नहीं उठाई जातीं। बेसिक शिक्षा की गिरती गुणवत्ता पर बोले कि बेसिक शिक्षा आयोग का गठन होना चाहिए और 20 साल की नीति बने, इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। बेसिक शिक्षकों को बीएलओ बनाने पर वह अधिकारियों पर बरसे। बोले, आरटीई से लेकर न्यायालयों ने शिक्षकों को बीएलओ की ड्यूटी से मुक्त रखने का आदेश है लेकिन मनमानी करके इनकी ड्यूटी बीएलओ में लगा दी जाती है। बीएलओ की ड्यूटी हटेगी तभी पठन पाठन में सुधार हो पाएगा। इस दौरान मंडल भर से शिक्षक व प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी पहुंचे और उन्होंने अपनी समस्याएं रखीं। सभी बीएलओ ड्यूटी का विरोध किया। उन्होंने उच्च स्तर पर बात करके समाधान का आश्वासन दिया। मंडल मंत्री यशपाल सिंह, मुरादाबाद जिलाध्यक्ष सर्वेश शर्मा, महामंत्री महेंद्र सिंह, रामपुर के जिलाध्यक्ष कैलाश पटेल, सम्भल के मंगल सिंह समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे।
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