टीईटी के नेताओं से पूछो , कोर्ट की क्या तैयारी है ? : हिमान्शु राणा

हाँ तो भाइयों और बहनोँ जनता परिवार के द्वारा पूरे प्रदेश में ग़ाज़ियाबाद से लेकर गोरखपुर तक , कानपुर से लेकर लखनऊ तक , सुल्तानपुर से लेकर इलाहाबाद तक, बीजेपी कैबिनेट की परिक्रमा के पश्चात आज
इलाहाबाद की रैली में माननीय प्रधानमन्त्री महोदय के मुंख से बीएड वालों के लिए 2 शब्द संवेदना भरे तक नहीं निकले और तो और इससे इतर शिक्षा मित्रों को हटाने के लिए भी नहीं जबकि अक्की बाबा अपनी हाल ही को रैली में शिक्षा मित्रों को मुद्दा बनाये थे क्योंकि इसी मुद्दे पर वोट बैंक पक्का है ।

अब लौट के बुद्धू घर को आएँगे या अब भी गृहमंत्री , रेलमंत्री , एमएचआरडी के चक्कर लगवाकर बेरोजगारों को सोशल मीडिया पर दिलासा देंगे ?
कम से कम मार्कशीट की वैधता तो ?
साथियों मैं इस पोस्ट के माध्यम से माननीय प्रधानमन्त्री पर निशाना नहीं साध रहा हूँ , सीधी बात है 2 तबके आमने सामने हैं , मामला कोर्ट में है अब प्रधानमंत्री जी उड़ता तीर केजरीवाल को तरह तो ............. ।
अब इन टीईटी के नेताओं से पूछो :-
कोर्ट की क्या तैयारी है ?

कौन सी याचिका है जिस पर रवि शंकर प्रसाद या अरुण जेटली टेट मोर्चे की तरफ से खड़े हो रहे हैं ?
वक्त है सुधर जाओ क्यों बेवकूफ बना रहे हो भोले भाले बेरोजगारों का और ये काम तो 2011 से चलता ही आ रहा है , जो मिलेगा माननीय न्यायालय से मिलेगा जो देंगे दीपक सर देंगे , किसी को नहीं मिलने वाला विधायकी का टिकट ।
सरों की राजनीति में शिक्षा मित्र आपसे कहीं गुना आगे हैं ।
मोदी जी का प्रशंसक मैं भी हूँ , उनके काम का कोई सानी नहीं है लेकिन हमारा मुद्दा न्यायालय में है और अति-संवेदनशील है तो इस पर सब मौन रहेंगे थोड़े दिन में माया बहन जी भी दिखेंगी ।
आपका कार्यकर्ता
हिमान्शु राणा
नोट :- ज्ञापन संजो कर रखें अपने बच्चों को दिखाने के काम आएँगे आपके।
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