जब डीआइओएस कार्यालय पहुंची फर्जी एसआइटी टीम....................

जब डीआइओएस कार्यालय पहुंची फर्जी एसआइटी टीम, टीम के सदस्य नियुक्ति के मांग रहे थे अभिलेख, एसआइटी का फुल फार्म तक नहीं जानते थे फ्राड

कौशांबी : शुक्रवार की दोपहर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में उस वक्त हड़कंप मच गया जब इनोवा कार सवार दो स्मार्ट युवक खुद को एसआइटी का सदस्य बताकर नियुक्ति के अभिलेख मांगने लगे। कर्मचारियों को
शक हुआ तो उन्होंने एसआइटी का पूरा नाम पूछा। यहीं से मुन्ना भाइयों का फ्राड पकड़ा गया और कर्मचारियों को चकमा देते हुए भाग निकले।
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में रोज की तरह अफसर और कर्मचारी अपने काम में मशगूल थे। इसी दौरान दो स्मार्ट से दिखने वाले युवक जिला विद्यालय निरीक्षक अशोक सिंह के दफ्तर में दाखिल हुए। अपना परिचय विभाग की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) के सदस्य के रूप में दिया। इसके बाद उन्होंने पिछले दिनों विभाग में नियुक्त हुए छह लोगों के दस्तावेज मांगे। इतना ही नहीं जो अध्यापक रिटायरमेंट के करीब हैं, उनके दस्तावेजों की भी मांग की। इस पर डीआइओएस को शक हो गया। पहली हैरानी इस बात की थी कि शासन की तरफ से एसआइटी टीम भेजे जाने की सूचना विभाग को नहीं दी गई थी। इसके बाद रिटायर होने वाले अध्यापकों के दस्तावेज की जांच का औचित्य ही नहीं बन रहा था। इस पर डीआइओएस ने उनसे एसआइटी का पूरा नाम बताने को कहा तो वह लोग कांपने लगे। इस पर अधिकारी और वहां रहे कर्मचारियों को यकीन हो गया कि एसआइटी बताने वाले युवक फर्जी हैं। लोगों ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया तो वह भागते हुए अपनी गाड़ी में आ गए। कर्मचारी भी बाहर निकले लेकिन फ्राड गैंग के सदस्य भाग चुके थे। कर्मचारियों ने इनोवा का नंबर नोट कर लिया है। माना जा रहा है कि फ्राड दफ्तर में रौब दिखाकर पैसा मांगने आए होंगे। इस बात की जानकारी जिलाधिकारी एपी सिंह को भी दी गई है। देर शाम तक विभाग की तरफ से पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है। इस बाबत जिला विद्यालय निरीक्षक से बात करने का प्रयास किया गया तो मालूम चला कि वह डीएम के साथ मीटिंग में हैं।

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