सर्वोच्च न्यायालय में 22 Feb के अप्रत्याशित घटना क्रम के पश्चात् निराशा का माहौल

माननीय सर्वोच्च न्यायालय में कल के अप्रत्याशित घटना क्रम के पश्चात् निराशा का माहौल व्याप्त है ,बल्कि वक्त है विपरीत हालातों से उबर कर आगे बढ़ने का ,साथियों हमें पुनः आप सभी के समक्ष यथा स्थित स्पष्ठ करने की जरूरत ऑन पड़ी----
1- सुप्रीमकोर्ट के अप्रत्याशित घटनाक्रम की हकीकत---साथियों स्पष्ठ कर दूँ , ट्रिपल बेंच सामान्य रूप से इस सप्ताह बैठना पूर्व निर्धारित हो चुका था ,इसका शिक्षक भर्ती के लिए विशेष गठन कहना निराधार है।परन्तु इस दौरान एक न्यायधीश महोदय द्वारा केश को निजी कारण से सुनवाई न किये जाने की समस्या बड़े स्तर पे रचित है जो मात्र समस्या का हल नही बल्कि समस्या को कुछ समय ( यूपी चुनाव)तक टालने का प्रयास था ।जो कि हमारी हार नही बल्कि हमारे प्रबल पक्ष पर विरोधियों की मुहर ही लगी ।हाँ ये अवश्य है कि बेरोजगारों का लाखो रुपया पानी में बहा ऊपर से मानसिक अवसाद, पुनः एक डेट-डेट का .....

-------खाखी खद्दर और आम याची समर्थक------

साथियों अब बात करते हैं आम याची की आवाज बुलंद कर हक़ की मांग को लेकर जिस प्रकार प्रदेश भर में सबसे महत्वपूर्ण डेट के पूर्व से लेकर पश्चात तक आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है उसे किसी दशा में हमसब के हितकर नही कहा जा सकता झूंठ फरेब शोशेबाजी का जो तांडव मचा है ,इन स्थितियों का भान हमे बहुत पहले ही था यही मात्र कारण रहा कि प्रदेश भर में मात्र सायद हम आपको इन खाखी खद्दर का समर्थन करते कभी नही दिखे ,आज वक्त की दरकार है कि समान विचार धारा ( नेता बनने की चाहत त्याग कर ) एक मंच में खड़े होने व एक स्वर में समस्त टेट याची अभ्यर्थियों की नियुक्ति की बात करने वाले अग्रणी साथियों का टेट मोर्चा इलाहाबाद आह्वाहन करता है।
-जो साथी इस दिशा में कार्य हेतु सहमत हैं आगे बढ़ें व समय निर्धारित करें ,अन्यथा की स्थित में मै पूर्व की भांति पैरवी करने में सक्षम हूँ पर समझौता बर्दास्त नहीं।

*जय हिंद जय भारत*
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