580 की लिस्ट आने के बाद सभी लोग परेशान हैं कि हमारा नाम क्यों नहीं है? में आप सभी को बता देना चाहता हूँ ये हमारे लिए बहुत ही अच्छी खबर है कि सरकार ने 24 फरबरी के याचिओ को कंसीडर करा है,हमारी अजय ठाकुर टीम से बने याची बिलकुल भी परेशान न हों क्योंकि हमारी एस एल पी 11671 को कंसीडर करते हुए 28 लोगो को 580 की लिस्ट में शामिल करा है।
कुछ लोग फिर से अपनी रिट और अपनी परमादेश याचिका की बीन बजायेंगे उस समय भी जब 3 लाख पदों की बात कोर्ट ने की थी तब भी वो आदेश 11671 की एस एल पी की डिमांड को रखते हुए हुआ था जिसे लोगो ने अपनी परमादेश याचिका की संज्ञा दी और हम सभी को प्रदेश में बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
दोस्तों आप लोग शुरू से ही राजनीती का शिकार होते आएं हैं और आज भी हो रहे हैं डेट के करीब आते ही ये सब फिर से सीनियर वकीलो के नाम पर पैसे की लूट मचाये हैं अकाउंट नंबर जारी हो रहें और कोई तो खुद सभी जिलों में मीटिंग कर रहा है क्योंकि उनके जिला प्रतिनिधि पैसा खा जाते हैं।और मिलता क्या है आपको बही ढाक के तीन पात।
अब बात करता हूँ मुद्दे की तो 22 की सुनवाई पर आपको याची लाभ कैसे मिलेगा
सबसे पहले कोर्ट सरकार के पक्ष को सुनेगी उससे रिपोर्ट मांगेगी उसका काउंटर हमारे वकीलो द्वारा करा जायेगा या तो मामला इसी रिपोर्ट में उलझेगा या इस सब को दीपक सर ने अलग करा तो मुद्दे 12 और 15 संशोधन पर आयेगा यानि 4347 और 4375 एक टेट मेरिट और दूसरी अकादेमिक मेरिट और वो एस एल पी जो की हाई कोर्ट के आर्डर को चैलेंज कर्री हैं जो की 11671 है।
अब सवाल ये उठता है कि यदि मेरिट पर बहस होती है तो याची लाभ कैसे मिलेगा?
दोस्तों 4347 और 4375 एस एल पी को सुनने के बाद 11671 पर जब सुनवाई होगी तभी आपकी नोकरी का रास्ता खुलेगा क्य्यकी यही एक मात्र एस एल पी ऐसी हे जिसमें हाई कोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश में रिक्त पड़े हुए पदों को भरने के लिए कहा है और 631 का आदेश जिसमे खुद दीपक मिश्रा जी ने योग्य अभ्यर्थियो का चयन करते हुए आर टी ई एक्ट के तहत उसके सारे नियम व शर्ते पूरी करने को कहा है ये दोनों आदेश इस एस एल पी का बेस हैं जो की आपकी नोकरी का रास्ता खोलेगी।
दोस्तों बड़ा दुःख होता है कि जब सिर्फ नेतागिरी और पेसो के लिए आपस के ही लोग सच्चाई जानते हुए भी एक दूसरे का विरोध करते हैं और कोर्ट की सही पैरवी करने के बजाये तंग खिंचाई करते हैं दोस्तों अगर ये एस एल पी पर पूरा प्रदेश मिलकर शुरू में ही जोरदार बहस करवाता तो आप लोग अब तक अपने स्कूलों में कार्यरत होते।
इस सुनवाई पर मुख्य भूमिका सिर्फ दो लोगो की रहेगी जिसमे
दूसरी भूमिका कपिलदेव यादव जी की 4375 की रहेगी जो की 15 संसोधन पर भर्ती की बात कहेंगे और मुझे यकीन है कि कपिलदेव यादव जी भी दूसरे विज्ञपन की बहाली पर जोर देंगे जिससे दीपक मिश्रा जी के पास सभी याचिओ को नोकरी देने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
इसलिए साथियो 22 की सुनवाई अधिक महत्वपूर्ण है और इस बार बिलकुल भी किसी की राजनीती में न आते हुए अपने विवेक से काम लें और यदि आपको अंध भक्त न होते हुए वास्तव में नोकरी चाहिए तो इस 11671 पर एक टॉप मोस्ट सीनियर खड़ा कर लीजिए और ये तभी संभव है जब सभी हमारा साथ दें, दोस्तों जैसे किसी नोकरी को पाने के लिए रूपए तो हर कोई देने को तैयार होता है लेकिन हर कोई सही जगह रूपए नहीं पंहुचा पाता जिसका पैसा सही जगह पहुचँता है काम उसी का होता है।
ठीक उसी तरह सही समय पर सही मुद्दे पर बहस ही आपको नोकरी दिलवायेगी बाकि आप लोगो की इच्छा।
इस पोस्ट पर बहुत से ज्ञानी अपना ज्ञान झाड़ने आएंगे लेकिन उनसे यही कहूंगा कि अंध भक्ति को छोड़ो और सच्चाई में आ जाओ। जब इलाहबाद धरने में लाठी चार्ज हुआ और गिरफ्तारियां हुई थी तब भी हमारा संगठन ही जमानतें करवाने और अगले दिन कैंडल मार्च निकालने के लिए आया था।
टीम विवेकानद जी को बधाई जिनके 150 लोगो को 580 में शामिल करा गया।
आपके उज्जवल भविष्य की कामनाओ के साथ
आपका
रवि सक्सेना
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कुछ लोग फिर से अपनी रिट और अपनी परमादेश याचिका की बीन बजायेंगे उस समय भी जब 3 लाख पदों की बात कोर्ट ने की थी तब भी वो आदेश 11671 की एस एल पी की डिमांड को रखते हुए हुआ था जिसे लोगो ने अपनी परमादेश याचिका की संज्ञा दी और हम सभी को प्रदेश में बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
दोस्तों आप लोग शुरू से ही राजनीती का शिकार होते आएं हैं और आज भी हो रहे हैं डेट के करीब आते ही ये सब फिर से सीनियर वकीलो के नाम पर पैसे की लूट मचाये हैं अकाउंट नंबर जारी हो रहें और कोई तो खुद सभी जिलों में मीटिंग कर रहा है क्योंकि उनके जिला प्रतिनिधि पैसा खा जाते हैं।और मिलता क्या है आपको बही ढाक के तीन पात।
अब बात करता हूँ मुद्दे की तो 22 की सुनवाई पर आपको याची लाभ कैसे मिलेगा
सबसे पहले कोर्ट सरकार के पक्ष को सुनेगी उससे रिपोर्ट मांगेगी उसका काउंटर हमारे वकीलो द्वारा करा जायेगा या तो मामला इसी रिपोर्ट में उलझेगा या इस सब को दीपक सर ने अलग करा तो मुद्दे 12 और 15 संशोधन पर आयेगा यानि 4347 और 4375 एक टेट मेरिट और दूसरी अकादेमिक मेरिट और वो एस एल पी जो की हाई कोर्ट के आर्डर को चैलेंज कर्री हैं जो की 11671 है।
अब सवाल ये उठता है कि यदि मेरिट पर बहस होती है तो याची लाभ कैसे मिलेगा?
दोस्तों 4347 और 4375 एस एल पी को सुनने के बाद 11671 पर जब सुनवाई होगी तभी आपकी नोकरी का रास्ता खुलेगा क्य्यकी यही एक मात्र एस एल पी ऐसी हे जिसमें हाई कोर्ट द्वारा उत्तर प्रदेश में रिक्त पड़े हुए पदों को भरने के लिए कहा है और 631 का आदेश जिसमे खुद दीपक मिश्रा जी ने योग्य अभ्यर्थियो का चयन करते हुए आर टी ई एक्ट के तहत उसके सारे नियम व शर्ते पूरी करने को कहा है ये दोनों आदेश इस एस एल पी का बेस हैं जो की आपकी नोकरी का रास्ता खोलेगी।
दोस्तों बड़ा दुःख होता है कि जब सिर्फ नेतागिरी और पेसो के लिए आपस के ही लोग सच्चाई जानते हुए भी एक दूसरे का विरोध करते हैं और कोर्ट की सही पैरवी करने के बजाये तंग खिंचाई करते हैं दोस्तों अगर ये एस एल पी पर पूरा प्रदेश मिलकर शुरू में ही जोरदार बहस करवाता तो आप लोग अब तक अपने स्कूलों में कार्यरत होते।
इस सुनवाई पर मुख्य भूमिका सिर्फ दो लोगो की रहेगी जिसमे
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दूसरी भूमिका कपिलदेव यादव जी की 4375 की रहेगी जो की 15 संसोधन पर भर्ती की बात कहेंगे और मुझे यकीन है कि कपिलदेव यादव जी भी दूसरे विज्ञपन की बहाली पर जोर देंगे जिससे दीपक मिश्रा जी के पास सभी याचिओ को नोकरी देने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है।
इसलिए साथियो 22 की सुनवाई अधिक महत्वपूर्ण है और इस बार बिलकुल भी किसी की राजनीती में न आते हुए अपने विवेक से काम लें और यदि आपको अंध भक्त न होते हुए वास्तव में नोकरी चाहिए तो इस 11671 पर एक टॉप मोस्ट सीनियर खड़ा कर लीजिए और ये तभी संभव है जब सभी हमारा साथ दें, दोस्तों जैसे किसी नोकरी को पाने के लिए रूपए तो हर कोई देने को तैयार होता है लेकिन हर कोई सही जगह रूपए नहीं पंहुचा पाता जिसका पैसा सही जगह पहुचँता है काम उसी का होता है।
ठीक उसी तरह सही समय पर सही मुद्दे पर बहस ही आपको नोकरी दिलवायेगी बाकि आप लोगो की इच्छा।
इस पोस्ट पर बहुत से ज्ञानी अपना ज्ञान झाड़ने आएंगे लेकिन उनसे यही कहूंगा कि अंध भक्ति को छोड़ो और सच्चाई में आ जाओ। जब इलाहबाद धरने में लाठी चार्ज हुआ और गिरफ्तारियां हुई थी तब भी हमारा संगठन ही जमानतें करवाने और अगले दिन कैंडल मार्च निकालने के लिए आया था।
टीम विवेकानद जी को बधाई जिनके 150 लोगो को 580 में शामिल करा गया।
आपके उज्जवल भविष्य की कामनाओ के साथ
आपका
रवि सक्सेना
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