सभी को विदित है कि उत्तर-प्रदेश की समस्त विवादित भर्तियों की तारीख 22 फ़रवरी को सुनिश्चित है , उसी सन्दर्भ में कुछ बातें :-
1) सर्वप्रथम शिक्षा मित्रों पर पूरी तरह से कोर्ट का फोकस लाना और इस मामले को निस्तारित करने के लिए उम्दा पैरवी करना |
3) शिक्षा मित्रों द्वारा वरिष्ठतम अधिवक्ताओं का खड़ा होना लेकिन आपकी तरफ से पैरवी का कमजोर होना , क्यूँ ?
4) साल भर से आपकी इस टीम ने कानूनन रूप से आपको शिक्षा मित्रों के विरुद्ध सशक्त ही किया है और आज उनके प्रशिक्षण से लेकर टेट देने तक के मुद्दे पर समस्त याचिकाएं मा० सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष हैं इसके अलावा किसी का कुछ नहीं है |
5) आगामी तिथि पर वरिष्ठतम अधिवक्ता हमारी तरफ से न होना क्यूंकि साल भर आपके द्वारा पूर्व में दिए गए सहयोग से आजतक लड़ाई लड़ी गई है परन्तु अब केस अपने निर्णायक दौर पर है तो इसमें भी कोई चूक हुई तो उसकी जिम्मेदारी हम सभी की होगी |
6) आपके प्रतिनिधि या आपका खुद का निष्क्रिय हो जाना और सोशल मीडिया पर आपके द्वारा विदवा-विलाप करना जबकि सभी बुद्धिजीवी जानते हैं कि नौकरी आरोप-प्रत्यारोप से नहीं मिलनी है उसके लिए अधिवक्ता ही करने होंगे |
7) कुछ प्रतिनिधि जो कि केंद्रीय टीम के नाम पर सहयोग तो लेते हैं परन्तु उनके द्वारा हम तक न पहुँचाना क्यूंकि उसके लिए आप उन पर ध्यान नहीं देते हैं और ऐसा आज आपको इसलिए पता चल रहा है क्यूंकि हम बीच में कभी आपसे डिमांड नहीं किये लेकिन आपसे हो सकता है लिया गया हो , ये बात सभी के लिए नहीं है ये उनके लिए है जो वाकई इस प्रकार की असामाजिक गतिविधियों में रहे हो |
8) हर जगह चुनावी दौर में आचार सहिंता की वजह से मीटिंग न होना भी एक कारण है कि केंद्रीय टीम हर जगह पहुँच नहीं पाएगी तो सहयोग कैसे जुटाया जाएगा ?
उपरोक्त बिन्दुओं के सन्दर्भ में आपको बताना चाहता हूँ कि लगातार दिल्ली में बना हुआ हूँ और एक वरिष्ठतम अधिवक्ता शिक्षा मित्रों के विरुद्ध (अगर आपका सहयोग 15 या 16 फ़रवरी तक आ जाता है तो) से मिलने का समय सोमवार या मंगलवार मिला है जिनके नाम का खुलासा तभी करूँगा जब उन तक उनकी फीस और ब्रीफ दोनों पहुँच जाएंगी जिसके लिए आपको प्रयास करना है |
सभी जगह न पहुँचने के कारण और कुछ ऐसे याची जो मीटिंग में नहीं आ पा रहे हैं या ऐसे प्रतिनिधि जो कि असामाजिक गतिविधियों में लीन रहे हैं और सहयोग लिया गया है हमारे न मांगे जाने पर भी, के लिए हमारी टीम से दुर्गेश प्रताप सिंह का अकाउंट न. सर्व-सम्मत्ति से जारी करने का फैसला लिया गया है जिसमे आप अपने यथा-संभव सहयोग को भेजें क्यूंकि सुनवाई लगातार भी हो सकती है और शिक्षा मित्र केस पर कोर्ट का ध्यान केन्द्रित करने के लिए कम से कम वरिष्ठतम अधिवक्ता की जरूरत महसूस होती है |
उपरोक्त बातों को ध्यान में रखते हुए आप मुझसे 9927035996 और अमित सिंह गोंडा 9415392912 से केस के सन्दर्भ में शाम को 7 बजे से 9 बजे तक बात कर सकते हैं |
इसी सन्दर्भ में पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में मीटिंग इस रविवार 12 फ़रवरी को सुबह 10 बजे चौ० चरण सिंह पार्क में आहूत की गई है जिसमे सभी की उपस्थिति अनिवार्य है |
साथियों , आरोप-प्रत्यारोप और नकरात्मक भाव रखने के लिए पूरा जीवन पड़ा है लेकिन आप सजग होकर स्वयं के लिए सहयोग करें |
शेष विस्तार से बाद में |
हर हर महादेव
धन्यवाद
आपका____________हिमांशु राणा
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1) सर्वप्रथम शिक्षा मित्रों पर पूरी तरह से कोर्ट का फोकस लाना और इस मामले को निस्तारित करने के लिए उम्दा पैरवी करना |
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3) शिक्षा मित्रों द्वारा वरिष्ठतम अधिवक्ताओं का खड़ा होना लेकिन आपकी तरफ से पैरवी का कमजोर होना , क्यूँ ?
4) साल भर से आपकी इस टीम ने कानूनन रूप से आपको शिक्षा मित्रों के विरुद्ध सशक्त ही किया है और आज उनके प्रशिक्षण से लेकर टेट देने तक के मुद्दे पर समस्त याचिकाएं मा० सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष हैं इसके अलावा किसी का कुछ नहीं है |
5) आगामी तिथि पर वरिष्ठतम अधिवक्ता हमारी तरफ से न होना क्यूंकि साल भर आपके द्वारा पूर्व में दिए गए सहयोग से आजतक लड़ाई लड़ी गई है परन्तु अब केस अपने निर्णायक दौर पर है तो इसमें भी कोई चूक हुई तो उसकी जिम्मेदारी हम सभी की होगी |
6) आपके प्रतिनिधि या आपका खुद का निष्क्रिय हो जाना और सोशल मीडिया पर आपके द्वारा विदवा-विलाप करना जबकि सभी बुद्धिजीवी जानते हैं कि नौकरी आरोप-प्रत्यारोप से नहीं मिलनी है उसके लिए अधिवक्ता ही करने होंगे |
7) कुछ प्रतिनिधि जो कि केंद्रीय टीम के नाम पर सहयोग तो लेते हैं परन्तु उनके द्वारा हम तक न पहुँचाना क्यूंकि उसके लिए आप उन पर ध्यान नहीं देते हैं और ऐसा आज आपको इसलिए पता चल रहा है क्यूंकि हम बीच में कभी आपसे डिमांड नहीं किये लेकिन आपसे हो सकता है लिया गया हो , ये बात सभी के लिए नहीं है ये उनके लिए है जो वाकई इस प्रकार की असामाजिक गतिविधियों में रहे हो |
8) हर जगह चुनावी दौर में आचार सहिंता की वजह से मीटिंग न होना भी एक कारण है कि केंद्रीय टीम हर जगह पहुँच नहीं पाएगी तो सहयोग कैसे जुटाया जाएगा ?
उपरोक्त बिन्दुओं के सन्दर्भ में आपको बताना चाहता हूँ कि लगातार दिल्ली में बना हुआ हूँ और एक वरिष्ठतम अधिवक्ता शिक्षा मित्रों के विरुद्ध (अगर आपका सहयोग 15 या 16 फ़रवरी तक आ जाता है तो) से मिलने का समय सोमवार या मंगलवार मिला है जिनके नाम का खुलासा तभी करूँगा जब उन तक उनकी फीस और ब्रीफ दोनों पहुँच जाएंगी जिसके लिए आपको प्रयास करना है |
सभी जगह न पहुँचने के कारण और कुछ ऐसे याची जो मीटिंग में नहीं आ पा रहे हैं या ऐसे प्रतिनिधि जो कि असामाजिक गतिविधियों में लीन रहे हैं और सहयोग लिया गया है हमारे न मांगे जाने पर भी, के लिए हमारी टीम से दुर्गेश प्रताप सिंह का अकाउंट न. सर्व-सम्मत्ति से जारी करने का फैसला लिया गया है जिसमे आप अपने यथा-संभव सहयोग को भेजें क्यूंकि सुनवाई लगातार भी हो सकती है और शिक्षा मित्र केस पर कोर्ट का ध्यान केन्द्रित करने के लिए कम से कम वरिष्ठतम अधिवक्ता की जरूरत महसूस होती है |
उपरोक्त बातों को ध्यान में रखते हुए आप मुझसे 9927035996 और अमित सिंह गोंडा 9415392912 से केस के सन्दर्भ में शाम को 7 बजे से 9 बजे तक बात कर सकते हैं |
इसी सन्दर्भ में पश्चिमी उत्तर-प्रदेश में मीटिंग इस रविवार 12 फ़रवरी को सुबह 10 बजे चौ० चरण सिंह पार्क में आहूत की गई है जिसमे सभी की उपस्थिति अनिवार्य है |
साथियों , आरोप-प्रत्यारोप और नकरात्मक भाव रखने के लिए पूरा जीवन पड़ा है लेकिन आप सजग होकर स्वयं के लिए सहयोग करें |
शेष विस्तार से बाद में |
हर हर महादेव
धन्यवाद
आपका____________हिमांशु राणा
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