यह झूठ शायद 72825 को बहुत भारी पड़ता अगर 22 फरवरी को पूरे दिन सुनवाई चलती : पूर्णेश शुक्ल महाकाल

72825 के ओजस्वी साथियों
सादर नमन
कुछ लोग प्रियरंजन वर्मा जी पर ये आरोप लगा रहे हैं कि 22 फरवरी की सुनवाई हेतु श्री राजीव धवन की फीस हेतु 50000 का वादा किया कि प्रियरंजन जी ब्रीफिंग में जाएंगे तभी 50000 रुपए देंगे। पहली बात ऐसा कोई वादा प्रियरंजन वर्मा जी ने नही किया था। दुसरी बात प्रियरंजन जी को ब्रीफिंग में आमंत्रित सुजीत सिंह एंड टीम द्वारा नही किया गया था ।
11 फरवरी को सुजीत सिंह जी पोस्ट डालते हैं कि 10000 रुपया एडवांस एडवोकेट प्रशांत शुक्ला को भेजकर 4लाख 40 हजार में डॉ राजीव धवन को हायर कर लिया गया है और 18 फरवरी तक उनकी बकाया फीस 4 लाख 30 हजार चुकानी है। मजे की बात यह है कि सुजीत सिंह जी लिखते हैं कि उनकी ब्रीफ भी धवन साहब के द्वारा स्वीकार हो गयी है।
11 फरवरी को बिना फीस दिए यह झूठ सोशल मीडिया शायद 72825 को बहुत भारी पड़ता अगर 22 फरवरी को पूरे दिन सुनवाई चलती और किसी विपक्षी ने डॉक्टर धवन को हायर कर लिया होता।
इस बीच सदानंद मिश्रा जी को कहीं से पता चला कि डॉक्टर धवन हायर नही हैं ।उन्होंने मुझसे संपर्क किया और मैंने प्रियरंजन जी को ये बात कही। प्रियरंजन जी ने अपने भ्रातातुल्य अधिवक्ता जितेंद्र त्रिपाठी जी और sk पांडेय जी के माध्यम से श्री धवन को 15000 रुपया टोकन मनी भिजवाई और मुझे बताया ।जिसे मैंने सदानंद जी को बताया और सदानंद जी की सहमति से विवेकानंद ने पोस्ट डाल दी, कि डॉक्टर धवन को 3 लाख 50 हजार में हायर कर लिया गया है।
अब 21 फरवरी की शाम को हमारे aor श्री विवेक सिंह ने डॉक्टर राजीव धवन को ब्रीफ किया। संलग्न फोटो में विवेक सिंह और ,एडवोकेट जितेंद्र त्रिपाठी और डॉक्टर धवन की ब्रीफिंग कर रहे हैं और विवेकानंद आर्य जी सामने बैठे हैं।aor विवेक सिंह जी ने प्रिय रंजन वर्मा जी को ब्रीफिंग में बुलाया था।
90000 रूपये का जो घाटा सुजीत सिंह जी एंड टीम को हो गया इसीलिये प्रियरंजन वर्मा जी को बदनाम किया जा रहा है जबकि सत्यता है कि 4लाख 40 हज़ार की जगह 3लाख 50 हजार में डॉक्टर धवन केवल प्रियरंजन वर्मा जी की वजह से कोर्ट पहुँच पाये
आपका
पूर्णेश शुक्ल महाकाल
*9794063018*
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