पिछले पांच साल में हुई भर्तियों में भ्रष्टाचार की जांच पर सरकार जल्द ही उठा सकती है बड़ा कदम

लखनऊ : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग में पिछले पांच साल में हुई भर्तियों में भ्रष्टाचार की जांच पर सरकार जल्द ही बड़ा कदम उठा सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग के अध्यक्ष अनिरुद्ध सिंह यादव को बुलाकर इस बारे में जानकारी ली।
भाजपा पहले भी नियुक्तियों में गड़बड़ी की जांच की बात कह चुकी है। सीएम ने अध्यक्ष को बुलाकर इसके संकेत दे दिए हैं। उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के चेयरमैन डॉ. अनिरुद्ध सिंह ने सोमवार की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। शास्त्री भवन स्थित मुख्यमंत्री के कार्यालय में हुई इस मुलाकात को आयोग में व्याप्त अनियमितताओं के नजरिए से ही देखा जा रहा है। प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति समेत कई संगठन आयोग पर भाई-भतीजावाद का आरोप लगाते रहे हैं। हाल में कॉपियों की अदला-बदली का मामला उजागर होने से इन आरोपों को बल भी मिला है। आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अनिल सिंह यादव के कार्यकाल की जांच के लिए तो छात्रों ने याचिका भी कर रखी है। इसके अलावा भाजपा एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने भी पांच वर्षो में आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में भी यह साफ लिखा था कि सरकार बनने पर भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता को सख्ती से लागू किया जाएगा।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने आयोग के चेयरमैन को बुलाकर लोकसेवा आयोग की गतिविधि और अब तक हुई परीक्षा के संदर्भ में भी चर्चा की। उन्होंने चेयरमैन से आयोग पर लगे आरोपों के बाबत भी जानकारी मांगी। संकेत मिल रहे हैं कि सरकार नौकरियों में भ्रष्टाचार की जांच कराने पर जल्द फैसला ले सकती है। इसमें लोक सेवा आयोग की नियुक्तियां भी शामिल होंगी।
अनिरुद्ध सिंह ने कहा, यह शिष्टाचार मुलाकात
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद बाहर निकले अनिरुद्ध सिंह ने पत्रकारों के पूछने पर बताया कि यह शिष्टाचार मुलाकात थी। इसके अलावा उन्होंने किसी अन्य सवालों का जवाब नहीं दिया।

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