कोर्ट संबंधी महत्वपूर्ण तथ्य
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1- रिव्यू - रिव्यू याचिका उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ संगठन द्वारा डाल दी गई है जल्द ही फाइल रजिस्टर हो जाएगी एवं स्वयं या चीफ जस्टिस के यहां मेंशन कराने पर चेंबर में पहुंचेगी जिस पर उक्त जजों
द्वारा देखा जाएगा कि क्या कोई इश्यू रिव्यू में नोटिस करने लायक है या नहीं अगर नहीं तब रिव्यू खारिज हो जाएगी यदि है तब सुनवाई की तारीख लगेगी जिसकी संभावना इस पीठ से कम है जिसके द्वारा आर्डर पास किया गया है |
2- क्यूरेटिव पिटीशन -रिव्यू खारिज होने के उपरांत क्यूरेटिव पिटीशन एकमात्र अंतिम विकल्प है उसमें भी यही पर प्रोसेस है कि क्यूरेटिव को पहले चैंबर में बैठकर चीफ जस्टिस सहित पांच जजों द्वारा देखा जाएगा कि क्या कुछ है जो नोटिस करने लायक है जिसमें पूर्व सुनवाई के तहत ध्यान न दिया गया है यदि हां तब प्रक्रिया से गुजरते हुए चीफ जस्टिस सहित पांच जजों की पीठ में सुनवाई होगी जिसमें वह दो जज भी शामिल होंगे जिनके द्वारा निर्णय लिया गया है अगर उन्हें कोई ऐसा नोटिस प्राप्त नहीं होता है तब क्यूरेटिव पिटीशन चैंबर में ही खारिज कर दी जाएगी और जिसका खारिज होने का मतलब है सब कुछ खत्म |
अभी तक तथ्य यह है क्या हमको एक बार सुनने का मौका माननीय उच्चतम न्यायालय देगा अभी इसके लिए कोई कुछ नहीं कह सकता |
हमें अति आवश्यक है कि एक बार सुना जाए अब यह मौका हम कैसे तलाशेंगे इस पर विचार करना अति आवश्यक है ............? (शेष अगली पोस्ट में )
धन्यवाद !
कौशल कुमार सिंह
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1- रिव्यू - रिव्यू याचिका उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ संगठन द्वारा डाल दी गई है जल्द ही फाइल रजिस्टर हो जाएगी एवं स्वयं या चीफ जस्टिस के यहां मेंशन कराने पर चेंबर में पहुंचेगी जिस पर उक्त जजों
द्वारा देखा जाएगा कि क्या कोई इश्यू रिव्यू में नोटिस करने लायक है या नहीं अगर नहीं तब रिव्यू खारिज हो जाएगी यदि है तब सुनवाई की तारीख लगेगी जिसकी संभावना इस पीठ से कम है जिसके द्वारा आर्डर पास किया गया है |
2- क्यूरेटिव पिटीशन -रिव्यू खारिज होने के उपरांत क्यूरेटिव पिटीशन एकमात्र अंतिम विकल्प है उसमें भी यही पर प्रोसेस है कि क्यूरेटिव को पहले चैंबर में बैठकर चीफ जस्टिस सहित पांच जजों द्वारा देखा जाएगा कि क्या कुछ है जो नोटिस करने लायक है जिसमें पूर्व सुनवाई के तहत ध्यान न दिया गया है यदि हां तब प्रक्रिया से गुजरते हुए चीफ जस्टिस सहित पांच जजों की पीठ में सुनवाई होगी जिसमें वह दो जज भी शामिल होंगे जिनके द्वारा निर्णय लिया गया है अगर उन्हें कोई ऐसा नोटिस प्राप्त नहीं होता है तब क्यूरेटिव पिटीशन चैंबर में ही खारिज कर दी जाएगी और जिसका खारिज होने का मतलब है सब कुछ खत्म |
अभी तक तथ्य यह है क्या हमको एक बार सुनने का मौका माननीय उच्चतम न्यायालय देगा अभी इसके लिए कोई कुछ नहीं कह सकता |
हमें अति आवश्यक है कि एक बार सुना जाए अब यह मौका हम कैसे तलाशेंगे इस पर विचार करना अति आवश्यक है ............? (शेष अगली पोस्ट में )
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