नियुक्ति पत्र पाकर खिल उठें 124 शिक्षक अभ्यर्थियों के चेहरे

शामली। आखिर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया का कार्य पूरा हो गया। शुक्रवार को 124 अभ्यर्थियों को बीएसए कार्यालय पर नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए। नियुक्ति पत्र पाने के लिए सुबह से ही भीड़ उमड़ी रही।
बेसिक शिक्षा कार्यालय पर 1 से 4 सितंबर तक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग चल रही थी। जिसके बाद शुक्रवार को चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी किए जाने थे। जिसके चलते सुबह से ही मेरठ, शामली, बागपत, मुजफ्फरनगर और गाजियाबाद के अभ्यर्थी नियुक्तिपत्र पाने के लिए पहुंचना शुरू हो गए। कई दिन तक चली काउंसलिंग में करीब 200 अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग में भाग लिया। जिसके बाद डीएम के निर्देश पर बेसिक शिक्षा कार्यालय पर बीएसए गीता वर्मा ने 124 शिक्षक-शिक्षिकाओं को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए। जनपद में सबसे ज्यादा कमी फिलहाल ऊन ब्लाक में चल रही थी। जिसके चलते उन्होंने सबसे ज्यादा करीब 63 शिक्षकों को ऊन ब्लाक में तैनाती दी है। जिसके बाद दूसरे नंबर पर थानाभवन ब्लाक में लगभग 33 और कैराना में 15 व कांधला में आठ और सबसे कम पांच शिक्षकों को शामली में तैनाती दी है।
खामियां मिलने पर 37 का अभ्यर्थन किया निरस्त
शिक्षक भर्ती में काउंसलिंग कराने के बाद 37 अभ्यर्थियों का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया है। बीएसए ने बताया कि प्रमाणपत्र की जांच में 32 अभ्यर्थी ऐसे मिले जो दिल्ली और हरियाणा के थे। जो यूपी का मूल निवास नहीं दिखा सके और उन्होंने जेबीटी की शिक्षा मध्यप्रदेश के भोपाल और जम्मू कश्मीर से ली थी। वहां पर यह शिक्षा इंटर के बाद ली जाती है। जबकि यूपी में बीटीसी की डिग्री स्नातक के बाद मिलती है। तीन वर्ष का अंतर है। दोनों कारणों के कारण ऐसे सभी अभ्यर्थियों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है। वहीं पांच अभ्यर्थी यूपी के ही ऐसे मिले जिन्होंने इंटर के बाद डी-एड की डिग्री ली हुई थी। उनको भी चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया। इसके अलावा सभी अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र लेने के बाद फिटनेस प्रमाणपत्र बनवाने के लिए जिला अस्पताल की ओर दौड़ते नजर आए। सीएचसी पर दो बजे तक अभ्यर्थियों की भीड़ लगी रही और वह प्रक्रिया जानने के लिए इधर उधर भटकते रहे।