पहले दो 'तबादला नहीं चाहिए' का शपथ पत्र, फिर मिलेगा नियुक्ति पत्र

मुरादाबाद (तेजप्रकाश सैनी) : उतर प्रदेश शासन ने प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा में नया आदेश जारी कर दिया है।

प्रदेश में 68500 अभ्यर्थियों में से उत्तीर्ण हुए 41556 शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर नियुक्ति पत्र देने का निर्णय लिया है लेकिन, नियुक्ति पत्र देने से पहले इतिहास में पहली बार इन शिक्षकों से 'तबादला नहीं चाहिए' का शपथ लिया जा रहा है। प्रमाण पत्रों के सत्यापन के समय ही चयन समितियों को यह शपथ लेना होगा। सौ रुपये के स्टांप पेपर पर शपथ पत्र पर 'अंतर जनपदीय स्थानांतरण नहीं चाहिए' का लिखवाना अनिवार्य है। इसका अर्थ यह है कि अब जब तक शिक्षक सेवानिवृत्त होंगे तब तक गृह जनपद में स्थानांतरण की मांग नहीं कर सक सकेंगे। अभी नियुक्ति पत्र हाथ में नहीं आया है तो विरोध भी करना नामुमकिन है लेकिन, यह अभ्यर्थियों के लिए कड़वा घूंट से कम नहीं है।
मुरादाबाद जिले में 408 में पहले दिन 377 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र का सत्यापन हुआ। इन सभी से शपथ पत्र लिया गया। क्योंकि बिना शपथ पत्र दिए नियुक्ति पत्र नहीं मिलेगा। चयन समिति ने प्रमाण पत्र सत्यापन के समय शपथ पत्र को ध्यान से पढ़ा है ताकि 'तबादला नहीं चाहिए' तथ्य की मिसिंग न हों। अभी तक नियुक्ति के तीन साल बाद होते आए स्थानांतरण
अभी तक नियुक्ति के तीन साल बाद गृह जनपद या जहां जाने चाहते हैं वहां अंतर जनपदीय स्थानांतरण शासन स्तर से ही लागू था लेकिन, इस बार नई शिक्षक भर्ती में अंतर जनपदीय स्थानांतरण को खत्म कर दिया गया है। शिक्षक भर्ती के नियमों को लेकर बेसिक शिक्षा परिषद ने 22 बिंदु जारी किए हैं। इसके आखिरी बिंदु संख्या 22 में लिखा है कि 'काउंसिलिंग के समय 100 रुपये के स्टांप पर नोटरी शपथ पत्र पर ऑनलाइन आवेदन पत्र में भरी गई समस्त सूचनाएं, मूल शैक्षिक एवं अन्य अभिलेख पूर्णतया सही हैं तथा वह जनपद मुरादाबाद में नियुक्ति होने पर अंतर जनपदीय स्थानांतरण की मांग नहीं करेंगे।' स्थानांतरण की नहीं करेंगे मांग : बीएसए
बेसिक शिक्षा परिषद से ही शिक्षक भर्ती के समय शपथ पत्र लिए जाने का उल्लेख है। जिस जनपद में जाएंगे वहां से अंतर जनपदीय स्थानांतरण करने की मांग नहीं करेंगे। सभी से शपथ पत्र लिए जा रहे हैं।
-योगेंद्र कुमार, बीएसए